भारतीय गौरव का हर क्षण/दिन, वामपंथियों/ कांग्रेस के लिए ब्लैक डे (काला दिन) होता है। 6 दिसंबर भारतीय समाज के लिए गौरव/शौर्य का दिन हैं। क्योंकि इसी दिन जन-जन के आराध्य अयोध्या पति प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ था। भारतीयों ने इसे शौर्य दिवस के रूप में मनाया तो वामपंथियों ने खुलकर तो कांग्रेस ने लुकाछिपी करते हुए खून के आंसू बहाऐ! मुस्लिम आक्रांता बाबर द्वारा ध्वस्त मंदिर को पुनः राष्ट्रीय गौरव दिलाने के लिए न जाने कितने हिंदू हृदय सम्राट बलिदान हुए तब जाकर 5 अगस्त 20 को राम जन्मभूमि का पूजन संपन्न हो पाया! भूमिपूजन के बाद कांग्रेसी तेवर तो ढ़ीले पड़ गए, लेकिन वामपंथी इस 6 दिसंबर पर पहले से ज्यादा छाती पिटते हुए नजर आए!
पाखंड के लिए कुख्यात वामपंथिन स्वरा भास्कर ने 6 दिसं. को अपने ट्वीट में लिखा कि “चाहे जितनी लीपा पोती कर लो, किसी के भी भगवान का घर तोड़ना पाप होता है।” सदियों पहले मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा अयोध्या सहित हजारों मंदिर तोड़े गए लेकिन स्वरा केवल बाबरी मस्जिद का ही रोना रो रही है, जो कभी थी ही नही। जो केवल कलंक रूपी ढांचा था। जिसकी नींव ही 492 वर्ष पहले राम मंदिर के मलबे पर रखी गई थी। स्वरा की इसी अज्ञानता के कारण रुबिका लियाकत ने उन्हें अपने शो में जम कर लताड़ा था, और अब उनकी ऐसी बेवकूफियों के कारण उनका दोबारा मजाक उड़ने लगा है। स्वरा वामपंथ के अस्त होते सूरज को अस्त होने से रोकने के लिए मजहबी कट्टरपंथियों को खुश करने का असफल प्रयास कर रही है!
कट्टर इस्लामिक आतंकी संगठन पी.एफ.आई. की भाषा बोलने वाली पाखंडी स्वरा भास्कर विलाप तो विवादित ढांचे के लिए कल रही हैं, लेकिन अपने ट्वीट में भगवान और भगवान का घर लिखकर हजारों उन मस्जिदों पर चुप्पी साध लेती हैं। जिन्हें भारत की विरासत और संस्कृति पर आघात करके बनाया गया था! पिछले कुछ वर्षों से हम हिंदु निश्चित रूप से अपनी सभ्यता और संस्कृति के प्रति सजग हुए हैं। स्वरा जैसे पाखंडी इसे ही कट्टर रूप में प्रस्तुत कर अपनी अज्ञानता को सेकुलरिज्म की चादर से ढक रहे हैं! शब्दों के उलटफेर से दिग्भ्रमित होने वाला हिंदु समाज इनके पाखंड की चासनी में अब नहीं फंसने वाला। लेकिन कांग्रेस सहित वंशवादी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता अभी भी इन पाखंडियों के शब्दजाल का शिकार हो रहे है!