इस अभियान के अंतर्गत 50 योद्धा प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित बस्तियाें में जाकर काम करने के लिए तैयार हुए हैं। राष्ट्र व समाज पर आने वाली हर विपदा में स्वयंसेवकों द्वारा सेवा के कीर्तिमान खड़े किये गये हैं।
संघ के विरोधियों ने भी समय-समय पर देश में आपदा आने पर संघ के सेवा कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। नित्य राष्ट्र साधना प्रतिदिन की शाखा व समय-समय पर किये गये कार्यों व व्यक्ति चरित्र निर्माण संघ संस्कार के कारण ही दुनियां के सामने आज संघ राष्ट्रशक्ति बनकर उभरा है। ऐसे संगठन के बारे में तथ्यपूर्ण सही जानकारी होना आवश्यक है।