Tuesday, April 16, 2024
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मोदी विरोधी मित्र को उत्तर

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मित्र,

मोदी जी अगर कुछ ग़लत कर रहे है तो इस देश की जनता को उन्हें हटा देना चाहिए था। काहे नहीं हटाया। क्योंकि, जनता को विश्वास है, के देश को सफलता की उच्चाई पर अगर कोई ले जा सकता है तो वो है सिर्फ मोदी। और रही बात कांग्रेस की तो 60 साल में सिर्फ एक AIIMS दिया है? भाई साहब 3 AIIMS तो अकेले कश्मीर में बन रहे है। बात करे अगर शिक्षा की तो देश में 70% ग्रेजुएट किसी भी नौकरी के लायक नहीं होते। देश की नई शिक्षा नीति रटने की व्यवस्था का खात्मा कर सीखने की व्यवस्था पर ज्यादा जोर देते है। शिक्षा अपनी मातृ भाषा में होनी ही चाहिए। याद है अंग्रेजी भाषा में पढ़ना कितना दुखदाई रहा है। घर की भाषा कुछ और, अध्यापक की भाषा की कुछ और, और पढ़ाई हो रही है अंग्रजी में। आपने और हमने तो इसे खुद झेला है। रही बात निजीकरण की तो मित्रवर, आज के समय में सरकारी अस्पताल, सरकारी विद्यालय में कोई नहीं जाना चाहता परन्तु सरकारी नौकरी हर कोई पाना चाहता है। क्यों? क्योंकि उन्हें पता है, काम तो कुछ करना नहीं है सैलरी टाइम पर मिलनी है और नौकरी से कोई निकाल नहीं सकता। चाहे जो कर लो।

इसी वजह से आम जनता आज तक झेल रही थी। जो जनता आय कर देती है उससे किसी ने कभी पूछा के भैया आपके कर का पैसे का क्या सही उपयोग सरकार कर रही है? आम जनता के मेहनत की कमाई इन बाबुओं के पेट में जाने से अच्छा है के प्रबंधन प्राइवेट हाथो में दिया जाए। Air India की हालत पता है ना ? रेल में जब पंखा नहीं चलता था तो कैसा महसूस होता था? याद है? दलालों की पैठ हर सरकारी महकमे में थी। भूल गए ड्राइविंग लाइसेंस अगर नियम से बनवाना चाहो तो कितने पापड़ बेलने पड़ते थे? हा!! दलाल को पकड़ो और बिना टेस्ट के लाइसेंस पा लो। इसी वजह से हर साल लाखों लोग सड़क दुर्घटना में मारे जाते है। हर फाइल पर अगर वजन ना रखो तो फाइल आगे बढ़ती ही नहीं है। रेल में अगर सीट चाहिए तो TC से लेकर कूली तक हर किसी की जेब गरम करनी पड़ती थी। याद है? अस्पताल में अगर बेड चाहिए तो वार्ड बॉय की मुट्ठी

गरम करनी पड़ती थी। उस पर भी डॉक्टर का व्यवहार ऐसा होता हैं जैसे गाली दे रहा है। किसी मामले के FIR कराने जायो तो दरोगा तुम्हे ही किसी मामले में फंसाने की धमकी दे कर तुम्हे वापस कर देता था। भूल गए? चार घंटे राशन की लाइन में लगने के बाद पता चलता था के राशन तो ख़तम ही गया है क्योंकि राशन वाले ने सारा राशन ब्लैक कर दिया है।

और सुनोगे कांग्रेस के शासन काल की कारगुजारियां?

में यह नहीं कह रहा के मोदी ने यह सब सही कर दिया है परन्तु उसे कुछ प्रयास तो करने दो। 60 साल की गलतियां 6 साल में खत्म नहीं होती फिर भी 6 साल में मोदी ने काफी कुछ किया है। रेल टिकट के लिए लाइन खत्म। ऑनलाइन बुक करो। राशन के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम। मजदूर को उसके अपने राज्य में काम। हमारी सेना बिना बुलेप्रूफ जैकेट के पाकिस्तान से युद्ध करती थी। सेना के लिए पिछले 10 सालो में कोई असला नहीं खरीदा गया था। पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक फिर air स्ट्राइक, आज पाकिस्तान अगर कंगाल है तो भारत की demonitization की वजह से है। गलवान में हमारे 20 सैनिकों की शहादत पर पूरा विश्व हमारे साथ खड़ा है। फ्रांस, रूस, अमेरिका ब्रिटेन, जर्मनी, अरब, ताइवान, कनाडा, इजरायल।।। कौन सा देश है जो हमारे साथ नहीं है? आज पाकिस्तान की बात रहने दो।। चाइना को भारत ने पूरे विश्व में आइसोलेट कर दिया है।

70 साल से जो मुद्दे नासूर बन कर हमें चुभ रहे थे उसका निवारण भी मोदी सरकार ने ही किया चाहे तो 370 हो 35ए हो या राममंदिर हों। जिन मुद्दों पर आजतक सभी राजनीतिक दल बोलने से भी डरती थी, उन मुद्दों को हल करने का काम मोदी सरकार ने किया है।
मित्र सोचो अगर कॉरोना महामारी के इस समय में कोई कांग्रेस का पप्पू अगर पीएम की कुर्सी पर होता तो भारत का क्या होता। सोचो जरा? भारत जैसे विविधताओं वाले देश की सभी समस्याओं का निबटारा करने में थोड़ा समय अगर और भी लगता है तो में समय देने के लिए तैयार हूं। सभी पार्टियां चुनाव से पहले अपना अपना घोषणा पत्र निकालती है किन्तु बीजेपी ने संकल्प पत्र निकाला था। घोषणा पत्र और संकल्प पत्र में अंतर बताने की आवश्यकता नहीं है। मित्र।। स्वतंत्र भारत के 60 साल के बाद भी देश के कई जिलों में बिजली का ना पहुंच पाना बड़े शर्म की बात है। ये किसने किया? क्या हम शर्मिंदा नहीं थे के आज भी हमारी माता, बहनों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता था। क्या हमारी माता बहनों को आज भी चूल्हे के धुएं के सामने जलते हुए आंसू बहते हुए देखना हमारे लिए शर्म की बात नहीं थी? मित्र राजनीति में विरोध की आवाज अवश्य होनी चाहिए किन्तु वो मोदी है सिर्फ इसलिए उसकी सही बातो का भी विरोध करना सही बात नहीं है।

आशा है मेरे इस लेख का भी आप विरोध करेंगे। कीजिए अवश्य कीजिए। किन्तु सिर्फ इसलिए नहीं के में मोदी भक्त हूं, बल्कि मुझे अपने तथ्यों से अवगत करा के।
धन्यवाद

आपका
मनोज, (सरकारी सांड)

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