“आखिर सरकार ने किससे पूछकर टिक टॉक को बैन किया आखिर लाखों लोगों के रोजगार पर लात मारने का अधिकार मोदी को किसने दिया। ये फासीवाद ताकतें कब तक माइनॉरिटी को दबाती रहेंगी।”- आप का राजा रेबीज़ कुमार
लोगों का रोजगार छीना जा रहा है और आई टी सेल वाले त्योहार मना रहे हैं लड्डू बांट रहे हैं, मेरा सवाल मोदी से है क्या आप ने चाइना के सामने सरेंडर कर दिया है?
जब मोदी और संघी सरकार लोगों को रोजगार देने में विफल हो गई तब चाइना ने मानवीय मूल्यों के आधार पर TIK TOK को भारत में लांच किया ताकि लोग मुजरा करके अपना पेट पाल सकें। शुरुआत मोदी सरकार कुछ नहीं बोली लेकिन जब इसका फायदा सीधे तौर पर माइनॉरिटी पीपल अर्थात पंचरवालों को मिलने लगा जिससे भाजपा और संघ परेशान थी और समय -समय पर टिक टोक को बैन करने की साजिश रचने लगे जिसमें एक साजिश #Youtube_Vs_TikTok भी थी।
सामंती सोच रखने वाली भाजपा और आरएसएस यह कभी भी नहीं चाहेगी कि एक पँचरवाला भी लोकप्रिय हो इसी डर और भय के कारण मोदी ने TIK TOK को बैन कर दिया। आई टी सेल वाले कह रहे हैं कि चाइना ने लद्दाख सीमा पर अशान्ति को बढ़ाया है जबकि मेरे सूत्र सीधे तौर पर चाइना से जुड़े हुए हैं जो इस खबर को नकार रहे हैं। यह सब माहौल मोदी ने खुद बनाया है ताकि Tik Tok को बैन करके पंचरवालों को ऑप्रेस किया जा सके। यह मोदी और संघ की साजिश है।
टेम्पू स्टैंड के एक बहुत बड़े नेता और चाइनीज पेड दार्शनिक की यह स्थिति आ गई है कि अब वो दलाली पर उतर आए हैं,इनका कहना है कि सरकार चीनी कंपनियों के साथ ऐसा नहीं कर सकती।

आखिर सरकार ने इन लोगों के रोजगार की कोई व्यवस्था हॉलीवुड में करवाई है या नहीं क्योंकि ये सारे ऑस्कर अवार्ड जीतने वाले कलाकार हैं। आई टी सेल वाले लड्डू बांट रहे हैं जैसे सरकार ने tik tok नही चाइना के पिछवाड़े पर लात मारी हो,खैर “मोदी है तो मुमकिन है।”
बहुत पीड़ा हो रही है और सरकार इसके मजे ले रही है, आखिर मोदी चुप क्यों हैं कुछ बोलते क्यूँ नहीं, खैर आज 4 बजे कुछ बड़ा होने वाला है, इसकी चर्चा जोरों पर है।
मैं अभी से अपना स्टूडियो काला कर दे रहा हूँ पता नहीं कब हमको भी बैन कर दिया जाय।
आपका अपना – रेबीज़ कुमार