सवाल ये है कि हम चाइनीज सामान लेना बंद कर सकते हैं पर ये चाइनीज मानसिकता वाले होनहारों से कैसे निपटा जाये जिनका लक्ष्य सिर्फ भारत और भारतीयता को कोसना ही है।
शुरुआत मोदी सरकार कुछ नहीं बोली लेकिन जब इसका फायदा सीधे तौर पर माइनॉरिटी पीपल अर्थात पंचरवालों को मिलने लगा जिससे भाजपा और संघ परेशान थी और समय -समय पर टिक टोक को बैन करने की साजिश रचने लगे जिसमें एक साजिश #Youtube_Vs_TikTok भी थी।