13 अक्टूबर को सुबह करीब 10 बजे मालाबार देवस्वॉम बोर्ड ने पुलिस की मदद से मट्टनूर महादेव मंदिर को बल प्रयोग करके अपने कब्जे में लिया। इस जबरिया कब्जे का वहाँ उपस्थित भक्तों ने कड़ा विरोध किया।
मंदिर की समिति ने बताया है कि देवस्वॉम बोर्ड का यह कदम अनुचित है क्योंकि यह मामला अभी भी सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है।
मालाबार देवस्वॉम बोर्ड के अधिकारियों पर भक्तों ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने यह कदम बिना किसी पूर्व सूचना दिए उठाया है।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अंशुल सक्सेना ने इस मामले को प्रमुखता से फेसबुक और ट्वीटर पर उठाया है।