दुर्भाग्य और दुर्भावना से फिर से देश में एक ऐसा वर्ग है (वामी, कामी, खान्ग्रेस) जो विषम परिस्थितियों में में भी सिर्फ और सिर्फ भारत को बदनाम करने और देश को गृह युद्ध में धकेलने में लगा हुआ है। पी चितम्बरम का कहना है कि लोगों को जन विद्रोह करना चाहिए, ये एक टूलकिट जैसा ही काम कर रहा है, वामपंथी मीडिया के जरिये विदेशों में भारत को बदनाम कर रही है, जबकि यूरोप और अमरीका में भारत से ज्यादा बुरा हालात है, कामी ऐसे पोस्ट वीडियो को वायरल कर रहे हैं जो फेक है, और लोगों वैक्सीन ना लेने के लिए उकसा रहे हैं और खान्ग्रेस वही कर रहा है जो हमेशा से करता आ रहा है, खुद के देश में बने वैक्सीन पे भरोसा ना करना और अमेरिकी वैक्सीन “फाइजर” के लिए लॉबिंग करना। इनके लिए भारत में बने स्वदेशी कोई भी चीज़ बेकार होता है और यूरोप में बना सब कुछ बहुत ही अच्छा होता है।
केंद्र ने पहले ही 162 ऑक्सिजन प्लांट लगाने के लिए राज्यों को पैसा दिया, पर राज्यों ने ध्यान नहीं दिया, और जिन निजी हॉस्पिटल के पहली लहर में खूब कमाया, वे भी समय रहते ऑक्सिजन प्लांट नही लगाया, इस वक़्त ऑक्सिजन के लिए सबसे ज्यादा हाहाकार निजी हॉस्पिटल में हैं।एक तरह अमेरिका के वैज्ञानिक भारत में बने हुए वैक्सीन को सफल बता रहे हैं और वहीं राहुल गाँधी जैसे लोग ऐसा माहौल बना रहे हैं कि भारत का वैक्सीन बेकार है भारत को विदेश के वैक्सीन मँगवाना चाहिए ।और जहां जहाँ कांग्रेस का शासन है वहां के मुख्यमंत्री ने “भारत बियोटिक की कॉवेक्सीन” लेने से मना कर दिया जबकि इसी के बारे में अमेरिकी वैज्ञानिक तारीफ कर रहे हैं। अब बोल रहे हैं 15 मई से पहले वैक्सीन नहीं लगवा सकते क्योंकि ये कांग्रेस के राज्य वाले सरकार ने आर्डर ही नहीं दिया जब केंद्र और अन्य राज्यों ने दिया उसके बाद इनकी नींद खुला तब जा के ऑर्डर दिया अब बोल रहे हैं कि वैक्सीन कम्पनी वैक्सीन नहीं दे रही। ऊपर से बोल रहे हैं कि 5 करोड़ चाहिए हमको 7 करोड़ वैक्सीन चाहिए , ऐसा लग रहा है जैसे एक ही दिन में इतना वैक्सीन लगा देंगे।
इतना ही दम था तो 44 लाख वैक्सीन बर्बाद क्यों किया सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में। और ये नकली गाँधी कह रहा है कि केंद्र को फ्री में वैक्सीन देना चाहिए, क्यों भाई राज्य सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं होती क्या? कांग्रेस के राज्य सिर्फ मोदी के खिलाफ, देश के खिलाफ कभी किसान को भड़काने कभी मुस्लिमो को भड़काने में पैसा खर्च कर देता है। इसलिए वे वैक्सीन खरीद कर फ्री करेंगे तो “लेफ्ट-लिबरल” गैंग को पैसा कैसे देंगे। और केंद्र जो 50% वैक्सीन खरीद रहा है वो भी तो राज्यों को ही जायेगा। और जब राज्य सरकार की कोई जिम्मेदारी ही नहीं है तब वहाँ चुनाव ही क्यों करवाना सरकार से हट जाओ और बोल दो मोदी जी आप ही सम्हालिये और केंद्र सरकार ही सम्हाल रहा है। ये लेफ्ट-लिबरल और नकली गांधी सिर्फ और सिर्फ भारत को बदनाम करने में लगे हैं क्यों भारत सुपर पावर बनने की ओर अग्रसर है ऐसे में इनका धंधा तो बंद हो जाएगा, लोग स्वेदशी बस्तुओं का उपयोग करेंगे तो इटली के GDP घट जाएगा ।ये बस चाहते है कि बस किसी तरफ भारत में गृह युद्ध हो जाये और भारत फिर से यूरोप का गुलाम बन जाये, और इनका धर्मातरण का, भारत लूटने के गरीब बनाने का काम होते रहे।
लेकिन हमें क्या “वैक्सीन लगवाने से बांझपन आता है” वाला फेक न्यूज़ फॉरवर्ड करके खुश रहना है।