Friday, May 3, 2024

Satire

Rahul Gandhi – A rising YouTuber

Advertiser has done a new experiment with Rahul Gnadhi. And this time, it's about looking like a middle class angry man, who had been a victim of Indian National Congress.

चीन और पाकिस्तान को नहीं हुआ घी हजम: भारत और अमेरिका ने दिया कायम चूर्ण

भारत और अमेरिका जैसे जिन मालिकों ने इन्हे घी पिलाया अब वही इन्हे कायम चूर्ण भी दे रहे हैं फिर चाहे वो व्यापार बैन करने वाले कायम चूर्ण हों या फिर गलवान घाटी में चीनियों को दिया गया भारतीय कायमचूर्ण, या फिर बालाकोट में पाकिस्तान को दिया गया कायमचूर्ण।

From the pen of a liberal

I with my friends also very politely warned government If they will not take CAA back we will destroy this country and divide this in to small pieces.

Mocking the mock test

We live in a MOCK world and even the air that we breath is mock air!

हास्य-व्यंग्य: टिकटोकियों को मिलेगा ‘मनरेगा’ में रोजगार

फासीवादी सरकार ने भी टिक टॉक स्टार्स की अद्भुत नौटंकी की कला को दबा नहीं सकी। संघ,भाजपा और आई टी सेल वालों द्वारा सोशल मीडिया पर tik tok को बैन करने के लिए बहुत झाँव-झाँव मचाया गया,साज़िशें रची गई ताकि TIK TOK के नाम पर माइनॉरिटी पीपल अर्थात पंचरवालों का शोषण किया जा सके और उन्हें दबाया जा सके (इसी शोषण की बात को सच्चर कमेटी ने स्वीकारा है।)

दो पहिए वाली भारतीय न्यायपालिका और न्याय व्यवस्था

भारत के मुख्य न्यायाधीश महोदय माननीय श्री शरद अरविंद बोबडे जी की एक फोटो सामने आई जिसमें वो नागपुर में एक महंगी विदेशी मोटरसाइकिल पर बैठे हुए देखे गए थे। लोगों ने इस तस्वीर को देखकर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया जा़हिर की।

भारतीय वेबसीरीज़- पोस्टमार्टम

ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म पर कुछ समय से अलग ही हिन्दू तिरस्कार चल रहा है। पहले सेक्रेड गेम्स, फिर लीला, फिर पाताल लोक और अब कृष्णा एंड हिज लीला। मानो झड़ी लग गयी है कि कौन अधिक हिन्दू घृणा फैला सकता है।

पाकिस्तान की डोंकी डिप्लोमेसी!

पाकिस्तान के वजीर-ए-आज़म ने फरमाया कि पाकिस्तान में गधो की संख्या काफी हो गई है। लोग बाग-बाग हो गए, पाकिस्तान के। गधा पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का सारथी जो ठहरा!

Pakistani military: A Tom & Jerry show

It is pitiful that a nation that claims to have a creditable defense establishment, exposes its shallowness, illiteracy and comical understanding of ‘war tactics’, both at a psychological level and an implementation level.

हरी चटनी और लाल सलाम

अब्दुल मियाँ की दुकान बढ़िया दूर से ही पहचान में आ जाती है। दसियों हरे झंडे दिखाई देते हैं। यही तो पहचान है जिसे गाँव के बुद्धिजीवी किलोमीटर से सूंघ लेते हैं।

Latest News

Recently Popular