गलवान घाटी में अधिकार क्षेत्रों को लेकर भारत और चीन के बीच तनाव की चर्चा समूचे विश्व में फैल चुकी है। इस पूरे मामले में भारत को नीचा दिखाने व खुद को चीनियों का सच्चा वफ़ादार साबित करने में भला पाकिस्तान कैसे पीछे रह सकता था। जम्मू – कश्मीर से धारा 370 हटाकर उसे भारतीय केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा देने के बाद पाकिस्तान की हड़बड़ाहट काफी तेज हो गयी है।
भारत सरकार की सूझ-बुझ व देश के बुलंद उत्साह के चलते जम्मू-कश्मीर मामले पर पाकिस्तान की एक भी न चली। मगर अब भी मुह की खाए पाकिस्तान ने टकटकी लगा रखी है कि, अब कौन सा मौका मिले भारत को पटखनी देने का।
भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के विवाद के बाद की मौजूदा स्थितियों को देखते हुये पाकिस्तान ने एक बार फिर कूटनीतिक चाल शुरू कर दी है। पाकिस्तान को लगता है कि वह भारत को तनावपूर्ण स्थिति में एक और संकट से घेर कर चीन का अच्छे से साथ दे सकता है। लेकिन बार-बार की हार और बेईज्जती से पाकिस्तान को कोई फर्क नही पड़ रहा है।
First India’s attempt at illegal annexation of IOJK & now its attempts to alter IOJK’s demographic structure incl by issuance of domicile certificates to 25,000 Indian nationals are all illegal, in violation of UNSC resolutions & international law, incl 4th Geneva Convention.— Imran Khan (@ImranKhanPTI) June 30, 2020
मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट करते हुये भारत सरकार पर आरोप लगाया है कि, पहले आईओजेके के अवैध अनाउंसमेंट में भारत का प्रयास और अब 25,000 भारतीय नागरिकों को अधिवास प्रमाण पत्र जारी करके आईओजेके की जनसांख्यिकीय संरचना को बदलने की कोशिशें, यूएनएससी के प्रस्तावों और अंतर्राष्ट्रीय कानून का उलंघन है।
पाक पीएम ने आरोप लगाते हुये देश के नागरिकों को भड़काने की कोशिश भी की है। इमरान खान ने कहा कि, “मैंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव से संपर्क किया है, और दुनिया के अन्य नेताओं से संपर्क कर रहा हूं। भारत को इस अस्वीकार्य रास्ते से रोका जाना चाहिए जो कश्मीरी लोगों के कानूनी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गारंटीकृत अधिकारों को आगे बढ़ाता है, और दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा को गंभीर रूप से प्रभावित करता है।”
पाक पीएम के इस गीदड़ भभकी के पीछे यह स्पष्ट होता है कि दो देशों के बीच मौजूद तनाव में वह भारत को कूटिनीतिक चाल में फंसा कर एक नया संकट खड़ा करने की नाकाम कोशिश कर रहा है।