आप यह कांग्रेस को हिला देने वाली कविता यहां पढ़ सकते हैं
कविता:
यह तो जानकारी थोड़ी है भाई। असलियत पूरी नहीं है सामने आई।
जब आएगा सच सामने तेरे पूरा का पूरा; तो तोड़ देगा तू ही उस कांग्रेस का धूरा।।
लड़े थे क्रांतिकारी भाई हमारे, जान गवा दी कितने थे प्यारे।
मार ली शाबाशी इन कांग्रेस वालों ने; दुखी हो कर जान दे दी देश की रक्षा करने वालों ने।।
फांसी दी जा रही थी उनको तब कांग्रेस का कानून था; मरते हुए भी क्रांतिकारियों में एक बड़ा जुनून था।
कह रहे थे मन ही मन हमने इनकी ही जान बचाई थी; इनकी ही रक्षा की थी, अपनी हर घड़ी खुशी की गवाई थी।।
लेकिन यह निकले धोखेबाज, अब हम नहीं यहां रह पाएंगे।
फिर बोले रोकर Krantiveer हम चले यहां से जाएंगे।।
चलो चलते हैं भगवान के पास, आने वाले समय में फिर से भक्त हमारे आएंगे।
बदला लेंगे इन दुष्टों से कांग्रेस को सबक सिखाएंगे।।
कुछ भी हो भले ही आप पोस्ट Facebook से डिलीट कर दी गई हो लेकिन लोगों के पास यह पहुंच चुकी है। इस कविता में हंड्रेड परसेंट सच्चाई है शायद आपको पता होगा की स्वतंत्रता संग्राम के बाद बच गए क्रांतिकारियों जैसे भगत सिंह सुखदेव को उस वक्त की कांग्रेस सरकार ने ही फांसी दी।