भारत सिर्फ एक देश ही नहीं अपितु एक राष्ट्र भी है। जिसकी संस्कृति, ज्ञान एवं विचार का अनुशीलन, अनुपालन और अनुसरण संपूर्ण विश्व प्राचीन काल से ही करता आया है।
Bharat has always offered women equal and at times superior opportunities, be it the archery division of army in Chanakya’s time, performing a yagna, conferring degrees like Ganini, Mahattara,etc; or mastering the 64 Kalas that was a must for a woman that included art of solving riddles, mechanics, knowledge of foreign languages, etc.
एक राष्ट्र के रूप में हम समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। भले ही हम अभी भी एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था हैं, हम एक असफल राष्ट्र नहीं हैं। अतीत में, हमारे देश ने हजारों वर्षों तक सफलता के शिखर को प्राप्त किया था। इस तरह की विरासत का दावा कितने देश कर सकते हैं?
We are losing our identity. We are allowing people to question the existence of Bhagwan Shree Ram. Some goons destroy a temple of Mata Durga, and we do nothing about it.
संस्कृत विश्व की पुरातन भाषा है और वर्तमान की सभी भाषाओं की उत्पत्ति इसी भाषा से हुई है किन्तु आज यही संस्कृत भाषा विलोपित होती जा रही है। उससे भी बड़ी विडम्बना यह है कि हम स्वयं अपनी भाषागत परंपरा का पश्चिमीकरण कर रहे हैं। (by @omdwivedi93)
India is a new country, only 72 years old. Bharat, on the other hand, is at least 6000 years old. We need to know this because we are not Indians, we are Bharatiyas, an identity lost in the pages of so-called 'Mythology'.
पटाखे सिर्फ दीपावली जैसे त्योहारों पर ही प्रदूषण क्यों फैलाते हैं? क्रिसमस या अंग्रेजी नए साल के मौके पर जलाये जाने वाले पटाखें क्या किसी और तकनीक से बनाये जाते हैं?