Sunday, May 5, 2024

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दुनिया, मतदाता और विपक्षी चश्मे से मोदी कैसे दिखते हैं!

विपक्षी दल की इच्छा है कि मोदी हार जाए. इच्छा से तो चुनाव का नतीजा नहीं निकलता है. इच्छा तो जनतंत्र में मतदाता की चलती हैं. क्या मतदाता चाहता है कि मोदी हार जाए? इसका जबाब हाँ में मिलता तो नहीं दिखाई दे रहा हैं.

फिल्म द केरला स्टोरी के प्रदर्शन में मुस्लिम संघ ने डाली बाधा

फिल्म विदेशों में भी रिलीज हुई थी और इसे मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली थी। लेकिन ब्रिटेन में फिल्म द केरला स्टोरी की स्क्रीनिंग के दौरान एक ऐसी घटना हुई जिसमें एक मुस्लिम संगठन ने फिल्म की स्क्रीनिंग में बाधा डाली।

२०२४ के चुनाव से पूर्व मणिपुर को दंगो में झोंक दिया

स्पष्ट है कि लोकसभा चुनाव २०२४ होने वाला है, परन्तु देशविरोधी ताकतें उससे पूर्व हि पूरे देश को समुदायिक दंगो की आग में झोकना चाहती हैँ और इसके लिए उन्होंने सोची समझी चाल के तहत उत्तर पूर्वी भारत से इसकी शुरुआत कर दी है।

इमरान प्रतापगढ़ी: अनाथ हो गये

ये इमरान प्रतापगढ़ी हि है जो अतिक के मरने के पश्चात स्वयं को अन्नाथ महसूस कर रहे हैँ और मुशायरे में अपने मुहबोले अब्बू अतिक अहमद के प्रसंशा के गीत गाते हुए कह रहे हैँ कि

भारतीय रूपए का ECS से UPI तक का सफर: PART-2

पिछले अंक में हमने देखा कि किस प्रकार चेक, ATM, ECS, IMPS, नेफ्ट और RTGS से लेन देन में अभूतपूर्व विकास हुआ और जनता को अनेक सुख सुविधाओं का लाभ उठाने का अवसर प्राप्त हुआ, परन्तु विकास का क्षेत्र अभी भी खुला हुआ था। आइये इस अंक में हम उस पर चर्चा और परिचर्चा करते हैं।

भारतीय रूपए का ECS से UPI तक का सफर: PART-1 

वित्तीय प्रणाली अर्थात बैंकिंग प्रणाली से संबंधित वित्तीय प्रणाली से तो आप थोड़ा बहुत परिचित अवश्य होंगे। हम लोगो के मस्तिष्क में अक्सर ये जिज्ञासा उत्पन्न होती है कि आखिर बैंक को आय कँहा से आती हो?

महिला सशक्तिकरण: भारतीय राजनीति

भारतीय राजनीति में महिलाओं को सक्रिय रूप से शामिल करने के लिए अनेक उपाय किए जा रहे हैं। महिलाओं के लिए राजनीतिक पार्टियों में आरक्षण का प्रावधान है जो उन्हें समान अवसर प्रदान करता है।

भगत सिंह कम्युनिस्ट नहीं थे

हमारे वामपंथी मित्र ने छूटते हि कहना शुरु किया कि "देखो भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी मार्क्स और लेनिन को पढ़कर नास्तिक हो गये थे और वो  कम्युनिस्ट बन गये थे। यदी तुम्हारे सनातन धर्म में जान होती तो भगत सिंह जैसा देशभक्त कम्युनिस्ट नही बनता।

भारत में न्याय का महत्व

भारत में न्यायपालिका एक महत्वपूर्ण संस्था है जो लोगों को न्याय देती है। न्यायपालिका का मुख्य उद्देश्य न्याय के माध्यम से समाज में संतुलन बनाए रखना होता है। इसके लिए न्यायपालिका के न्यायाधीशों का काम होता है दोषियों को सजा देना और निर्णय देना।

आपने हमारी सोच बदल दि- भारतीय इस्लाम

"बिद्री कला को जीवित रखने वाले ६४ रमजान देख चुके शिल्प गुरु शाह रशीद कादरी की बातों से स्पष्ट है कि वह कांग्रेस के लिए "साकारत्मक" और श्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा के लिए "नकारात्मक" सोच लिए बैठे हुए थे।

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