विपक्षी दल की इच्छा है कि मोदी हार जाए. इच्छा से तो चुनाव का नतीजा नहीं निकलता है. इच्छा तो जनतंत्र में मतदाता की चलती हैं. क्या मतदाता चाहता है कि मोदी हार जाए? इसका जबाब हाँ में मिलता तो नहीं दिखाई दे रहा हैं.
हमारे देश में 'हम दो, हमारे दो' का कॉन्सेप्ट कई दशकों से चला आ रहा है. लोगों को जागरुक किया जाता रहा है, लेकिन अब देश मे टू चाईल्ड पॉलिसी की नही वन चाईल्ड पॉलिसी की आवश्यकता है.
2014 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कोलंबो का दौरा किया तो इसे भारत के लिए स्पष्ट कूटनीतिक संकेत माना गया था। जिनपिंग के श्रीलंका दौरे के बाद अगले ही साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका का दौरा किया।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जाॅनसन के इस्तीफे के बाद सवाल यह है कि उनकी जगह कौन लेगा? ब्रिटेन के भावी प्रधानमंत्री के तौर पर कुछ भारतीय मूल के नागरिकों के नाम भी उभरे हैं। उनमें सबसे पहला नाम तो ऋषि सुनाक का ही है। दूसरा नाम जाॅनसन सरकार में गृह मंत्री रहीं प्रीति पटेल का है।
राजस्थान के उदयपुर और महाराष्ट्र के अमरावती में हुई बर्बर हत्या ने साबित कर दिया हैं कि सिर तन से जुदा की सनक वाले देश में जिहाद करने के लिए बेख़ौफ़ बेलगाम होते जा रहे हैं.
सोशल मीडिया के महाकाय कॉरपोरेट जब फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और ऐसे अन्य प्लेटफॉर्म लेकर सामने आए, तब कहा गया था कि इससे दुनिया एक-दूसरे के करीब आएगी। शुरू में ऐसा हुआ भी, पर बाद में ये प्लेटफॉर्म बेलगाम हो गए।
नूपुर शर्मा ने जो भी वक्तव्य दिया था वो करोडों हिंदू धर्म को मानने वालों के आराध्य भगवान शिव के ऊपर मुस्लिम नेता तस्लीम रहमानी द्वारा की गई घटिया और निंदनीय टिप्पणी के बाद प्रतिक्रिया के रूप में दिया था।