एक सामान्य से चोर को भी सर्वोच्च न्यायालय में पेश करने की आवश्यकता महसूस होती है तो सर्वप्रथम जेल प्रशाशन के द्वारा न्यायालय में एक प्रार्थना पत्र प्रेषित करना पड़ता है। उस पर सुनवाई करने के पश्चात ही सर्वोच्च न्यायालय कोई आदेश पारित करता है।परन्तु यंहा पर जिसकी बात हो रही है वो एक खूंखार दैत्य है, जो सैकड़ों मासूमों की अकाल मृत्यु का जिम्मेदार है। ऐसे भयानक मलेच्छ को बिना सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के और सुरक्षा की परवाह किये बिना सर्वोच्च न्यायालय में उपस्थित कराना निसंदेह एक अति गंभीर प्रश्न है, जो मंशा पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।
देश के विभिन्न उच्च न्यायालयों में १०% न्यायधीशों को छोड़ दे तो बाकी बचे सभी कालेजियम सिस्टम की हि उपज हैँ। यदि आप अंग्रेजों की मानसिकता और सोच रखने वाले सिस्टम का हिस्सा हैँ, तो आप कुछ भी बन सकते हैँ, परन्तु आप सिस्टम में नहीं है तो आप कुछ भी करने लायक़ नहीं है।
ये यूरोप में ईसाइयों से लड़ रहे, इजराइल के यहूदियों से लड़ रहे, भारत के हिन्दुओ से लड़ रहे और इसके आलावा ईरान, सीरिया, जार्डन, व इराक इत्यादि देशो में खुद से हि लड़ रहे हैँ।
मै बकरी हुँ, मै और मेरा समुदाय हमारा पालन पोषण करने वाले मानवो के लिए एक उद्योग या रोजगार के माध्यम के रूप में देखे जाते और उपयोग में लाये जाते रहे हैँ।
"खगोलविदों ने पानी का सबसे बड़ा, सबसे दूर का जलाशय खोजा " जिसमे पाया जाने वाला पानी, दुनिया के महासागर में मौजूद सभी पानी के १४० ट्रिलियन गुना के बराबर है और यह एक विशाल, स्वचालित ब्लैक होल को घेरता है, जिसे क्वासर (QUASAR) कहा जाता है। यह पृथ्वी से करीब १२ अरब प्रकाश वर्ष से अधिक दूरी पर स्थित है।
स्पष्ट है कि लोकसभा चुनाव २०२४ होने वाला है, परन्तु देशविरोधी ताकतें उससे पूर्व हि पूरे देश को समुदायिक दंगो की आग में झोकना चाहती हैँ और इसके लिए उन्होंने सोची समझी चाल के तहत उत्तर पूर्वी भारत से इसकी शुरुआत कर दी है।
ये इमरान प्रतापगढ़ी हि है जो अतिक के मरने के पश्चात स्वयं को अन्नाथ महसूस कर रहे हैँ और मुशायरे में अपने मुहबोले अब्बू अतिक अहमद के प्रसंशा के गीत गाते हुए कह रहे हैँ कि
पिछले अंक में हमने देखा कि किस प्रकार चेक, ATM, ECS, IMPS, नेफ्ट और RTGS से लेन देन में अभूतपूर्व विकास हुआ और जनता को अनेक सुख सुविधाओं का लाभ उठाने का अवसर प्राप्त हुआ, परन्तु विकास का क्षेत्र अभी भी खुला हुआ था। आइये इस अंक में हम उस पर चर्चा और परिचर्चा करते हैं।
वित्तीय प्रणाली अर्थात बैंकिंग प्रणाली से संबंधित वित्तीय प्रणाली से तो आप थोड़ा बहुत परिचित अवश्य होंगे। हम लोगो के मस्तिष्क में अक्सर ये जिज्ञासा उत्पन्न होती है कि आखिर बैंक को आय कँहा से आती हो?