कोरोना संक्रमण विकराल रूप धारण कर रहा है यह हम सभी के लिये बहुत ही चिन्ता का विषय है। आवश्यकता यही है कि इस बिमारी से बचने के लिये जो भी सावधानियाँ बतायी गयी हैं उसका हम कठोरतापूर्वक पालन करें। किस भी हालात में मास्क बिना न निकलें और सोशल डिस्टेन्सिंग यानि समाजिक दूरी के विषय में इस कॉलम के माध्यम से जैसा पूर्व में बताया गया उसका भी अक्षरशः पालन करें।
जैसा सभी को मालूम ही है कि दशहरा फिर दीपावली त्यौहार आ रहे हैं और हम सब इन त्यौहारों पर पटाखे वगैरह फोड़ते हैं और पटाखों से निकलने वाली जहरीली गैस एक स्वस्थ आदमी तक के लिये नुकसानदायक होती है तो कोरोना संक्रमितों के लिये तो बहुत ज्यादा ही नुकसानदायक रहेगी ही। इसलिये हमें ऐसी कोशिश करनी चाहिये जिससे इस महामारी में किसी भी जगह “होम क्वांरटीन” कर रहे मरीजों को पटाखों से निकलने वाली जहरीली गैस से बचाया जा सके और कम से कम इस जहरीले धुंए की वजह से किसी भाई बहन की जान जोखिम में ना आए।
इसलिये इस कॉलम के माध्यम से एक निम्न निवेदन कर रहा हूँ और आशा करता हूँ कि आप सभी भी सहमत हो इसकी पालना करेंगे –
– इस साल कोरोना महामारी को देखते हुए दीपावली पर पटाखे नहींं छोड़ें।
– कोशिश यही करें कि अपने मोहल्ले में भी सबको समझाकर इस बार पटाखों से दूरी रखने का निवेदन करें। -इस महामारी में किसी भी जगह हमारे कारण “होम क्वांरटीन” कर रहे मरीजों को ये जहरीली गैस या पटाखों की आवाज़ से से किसी भी हालत में नुकसान नहीं पहूँचे।
यदि हम उपरोक्त क़दमों की सख्ती से पालना करतें हैं तो निश्चितरूप से हम हमारे अपने, पड़ोसी, गांव, शहर, देश के लिए एक बेहतरीन मिसाल कायम कर पायेंगे।
विश्वाश रखें हम दूर्गापूजा, दशहरा और दीपावली अगली बार धूम धाम से मना लेंगे, मगर इस बार हमें जहरीले धुंए को शहर में भरने नहीं देना है और उन सभी कोरोना संक्रमित मरीजों को बचाना है, जो जिन्दगी से संघर्ष कर रहे हैं। पुनः सभी पाठकों से निवेदन करूँगा कि हर हालत में दो गज की सामाजिक दूरी बनाये रखें एवं मास्क बिना पहनें घर से बहार कदम भी न रखें।