एक सामान्य नागरिक होने के नाते में विशेष कुछ कर नही सकता देश के लिए! इतना ज़रूर है की जो लोग देश के लिए कुछ अच्छा कर रहे है उनके लिए कुछ कर पाऊँ. इस पोस्ट में विशेष कुछ कहने के लिए नही है, देश के किसी नागरिक एक फ़ोटो को एडिट किया कम से कम ३-४ घंटे मेहनत की और फिर उसको फ़ेस्बुक पर पोस्ट करके अपन्नी तनखाह उठा ली होगी.
लेकिन फिर उस फ़ोटो को किसी ने पोस्ट किया- “Target Terrorist”!
उस पोस्ट को शेयर किया गया लाइक किया गया! मंशा इन लोगों की साफ़ है. इन लोगों के लिए मौलाना साद फ़रिश्ता है शांति और भाई चारे का लेकिन हमारे पत्रकार आतंकवादी!
विकास दुबे ने भीतर घातियों की मदद से 8 पुलिस वालों को मार डाला, 8 परिवार अनाथ हो गए. अब आप चाहे विकास दुबे को फाँसी दे उसका गैंग फाँसी पर लटका दे वो 8 परिवार अब पहले जैसे नहीं हो पाएँगे.
देशभक्त, निड़र मीडिया कर्मियों को हम सुरक्षित नहीं रख पाए तो सब के सब मजबूरी में रविश कुमार, अभिसार शर्मा और पुण्य प्रसून्न वाजपेयी बन जाएँगे.