आपने इंटरनेट पर चल रही झूठी खबरों की सच्चाई दिखाने वाली एक वेबसाइट का नाम जरूर सुना होगा। हालांकि मैंने इसे अभी हाल ही में सुना है लेकिन शायद जिस प्रकार यह अपनी लोकप्रियता का दावा करती है आपने शायद पहले देखा हो। इस वेबसाइट का नाम है Altnews न्यूज़ वेबसाइट। लेकिन अभी हम इसके बारे में जो जानकारी देंगे उसके बाद आप कहेंगे Alt news fake वेबसाइट है। और विशेषकर एक खास पार्टी और कुछ अन्य लोगों के लिए कार्य कर रही है।
यह वेबसाइट दावा करती है कि यह फर्जी खबरों का कच्चा चिट्ठा निकलती है। जैसे कि मैंने इस वेबसाइट की कई सारी पोस्ट को चेक किया और उन सभी में मैंने एक चीज सामान्य पाई वह यह थी कि यह वेबसाइट पूरी तरह से कांग्रेस और उसके समर्थक का बचाव करने का कार्य कर रही थी।
जैसा कि आप जानते हैं इंटरनेट पर खबरें ज्यादा वायरल हो ही रही है। लेकिन उनमें से कुछ कांग्रेस के खिलाफ होती है और कुछ भारतीय जनता पार्टी या अन्य पार्टियों के खिलाफ। लेकिन इस वेबसाइट पर केवल उन्हीं खबरों को एक्सपोज किया गया था या उनके झूठे होने की बात कही गई थी जो कांग्रेस या फिर किसी एक विशेष शांतिदूत समुदाय को बेनकाब कर रही होती थी।
यह वेबसाइट कभी भी कांग्रेस या फिर उसके लोगों के द्वारा फैलाई जा रही झूठी खबरों का विश्लेषण नहीं दिखाती। इसका सीधा सा अर्थ यह है कि यह वेबसाइट भले ही संचालित कोई व्यक्ति कर रहा है लेकिन इसका मुख्य कोई राजनीतिक दल मुख्य रूप से कांग्रेस ही है।
इतने से आप समझ सकते हैं कि जिन खबरों की वजह से कांग्रेस और उसके समर्थक तथा उसकी वोट बैंक में हलचल मच जाए, altnews उन खबरों को झूठा प्रमाणित करके ही रहेगी भले वह सत्य ही क्यों ना हो।
लेकिन अपने द्वारा प्रस्तुत किए गए false तथ्यों से यह आपको उस खबर को झूठा समझने के लिए प्रेरित करती है.
लेकिन अगर जांच की जाए तो इनके तथ्य सत्य है या झूठ है इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं होता। वह भी बिल्कुल उसी खबर की तरह होते हैं जिस प्रकार की खबर का यह विश्लेषण कर रहे हैं विषय बस इतना सा होता है की:
पहले खबर में कोई सबूत के साथ कांग्रेस या उसके सहयोगी दलों पर आरोप लगाए होते हैं।
और अपने विश्लेषण में किसी भी फर्जी तथ्य को उठा कर altnews उस खबर को पोस्ट करने वाले व्यक्ति पर ही आरोप लगा देती है और उसे बेवजह ही झूठा करार देने लगती है।
झूठी खबर फैलाने में माहिर बन चुका है Altnews संभालने वाला
आपको जानकर आश्चर्य होगा ऑल्ट न्यूज़ का संस्थापक प्रतीक सिन्हा है। यह वही व्यक्ति है जो पहले कई बार झूठी खबरें फैलाने के मामले में आ चुका है। इन्हीं के दूसरे सह-संस्थापक हैं जो बीएस येदियुरप्पा नाम का पैरोडी अकाउंट चलाते हैं।
इस अकाउंट में यह कई बार नकली खबर को प्रमोट कर चुके हैं। इस पैरोडी पेज के द्वारा ऑल्ट न्यूज़ के संस्थापक ने दावा किया था कि मोदी सरकार ने मल्टी ब्रांड रिटेल में 100% एफडीआई को मंजूरी दे दी।
लेकिन यह खबर बिल्कुल झूठी थी क्योंकि मोदी सरकार ने मल्टी ब्रांड रिटेल में 100% एफडीआई को मंजूरी दी ही नहीं।
यह जानकारी आप RTI सूचना का अधिकार का इस्तेमाल करके सरकारी विभाग के द्वारा पता कर सकते हैं। और सबसे बड़ी और अंतिम बात ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक कांग्रेस पार्टी के समर्थक हैं।
अब आपको बताते हैं इनके पिता मुकुल सिन्हा के बारे में:
प्रतीक सिन्हा के पिता आतंकवादी जावेद शेख के वकील थे और उनके समर्थक भी। यहां तक कि प्रतीक सिन्हा के पिता मुकुल सिन्हा ने उस व्यक्ति जावेद शेख को बचाने के लिए बहुत कोशिश की थी जिस जावेद शेख ने कई लोगों की हत्या की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश करने के मामले में भी इसका नाम था।
एक व्यक्ति जो खुद ही झूठा है वह दूसरों को सच दिखाने की बात करता है
वर्तमान में उसका पुत्र प्रतीक सिन्हा भी उसी का कार्य कर रहा है और अपने पिता के ही पुराने पहचान वाले लोगों के लिए कार्य कर रहा है। इसकी वेबसाइट के द्वारा भारतीय सेना का विरोध किया जाता है और कट्टरपंथी और अलगाववादियों द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद का समर्थन किया जाता है, इसके साथ ही कांग्रेस राजनीतिक पार्टी के साथ इसका गहरा नाता है। कांग्रेस के नेताओं के बयान पर यह कभी टिप्पणी नहीं करता जो कि हाल ही में कांग्रेस के नेता भारतीय सेना के विरुद्ध और आतंकवादियों के समर्थन में कई बयान बाजी कर चुके हैं।
ऑल्ट न्यूज़ एक झूठी खबर फैलाने वाले व्यक्ति के द्वारा बनाई गई वेबसाइट है। प्रतीक और उनके पिता मुकुल सिन्हा दोनों लोग कई बार सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने और हिंसा भड़काने वाली लेख लिखने के लिए पकड़ा गया है।
भारत के प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश में आने वाली आतंकवादी के समर्थन में भी altnews के संपादक और संस्थापक प्रतीक सिन्हा के पिता शामिल है। लेकिन अभी हम मर चुके हैं और इनका पूरा कारोबार इनका पुत्र प्रतीक सिन्हा संभाल रहा है।
सवाल यह है कि लोग विश्वास क्यों कर लेते हैं?
ऑल्ट न्यूज़ ज्यादातर सच खबरों को झूठा साबित करने का प्रयास करता है और लोग उस पर विश्वास कर लेते हैं क्योंकि सोशल मीडिया पर आज न्यूज़ ने अपनी एक टीम बना रखी है इसकी सोशल मीडिया टीम के लोग सच्ची खबरों पर ऑल्ट न्यूज़ का फर्जी का किया हुआ विश्लेषण का लिंक पोस्ट कर करके लोगों को उस पर विश्वास करने के लिए प्रेरित करते हैं।
आपने देखा होगा इंटरनेट पर कोई खबर वायरल हो रही होगी तो कमेंट में लोग आउट न्यूज़ के लिंक पोस्ट करने लगते हैं उनमें से कुछ सामान्य लोग होते हैं जो अनजाने में ऐसा कर रहे होते हैं लेकिन 80 परसेंट लोग इनकी सोशल मीडिया टीम के हिस्सा होते हैं।
सोशल मीडिया टीम के द्वारा सत्य खबर को भी फर्जी साबित करने का प्रयास
सबसे बड़ी बात यह है कि राजनीतिक पार्टियों की सोशल मीडिया टीम इसका समर्थन करती है। और इसके कहे जाने पर इसकी सोशल मीडिया टीम के लोग किसी भी खबर को झूठा कहना शुरू कर देते हैं। और इसके द्वारा बनाए गए नकली इमेज या वीडियो को या फिर बेकार के तत्व को सच कहते हैं और उस पर विश्वास करने का जरूर बनाते हैं।
देश का दुर्भाग्य साफ दिखाई देता है ऐसे लोग खुद पर सच का ठप्पा लगा कर घूम रहे हैं जो करोड़ों बार झूठे साबित हो चुके हैं और आज भी झूठ फैलाने का कार्य कर रहे हैं।
बाकी धन्यवाद अगर आप हमारी वेबसाइट के पाठक हैं तो इस खबर को सबके साथ शेयर जरुर कीजिए और कांग्रेस का प्रोपोगंडा चलाने वाली इस वेबसाइट को एक्सपोज़ करने में सबकी मदद कीजिए। सच्चाई क्या है यह आप तक हमेशा पहुंचती रही है। इस altnews वेबसाइट पर आप आधारित नहीं है। यह वेबसाइट कुछ वर्षों में शुरू हुई है और दुनिया में सच आपने बहुत पहले भी देखा है। इसलिए इन नकली वेबसाइटों पर विश्वास ना करें, क्योंकि यह एक विशेष राजनीतिक दल द्वारा संचालित की जाती है। Altnews की सचाई उजागर करें; ये समाचार शेयर करें।