वामपंथी शासन वाले देशों में न्यूनतम लोकतांत्रिक अधिकार भी जनसामान्य को नहीं दिए गए, परंतु दूसरे देशों में इनके पिछलग्गू लोकतांत्रिक मूल्यों की दुहाई देकर जनता को भ्रमित करने की कुचेष्टा करते रहते हैं।
1 जनवरी को फिर से भीमा कोरेगांव का जिन्न जागेगा और दुष्ट अंग्रेजों के विजय की बरसी मनाई जाएगी, रवीश अपने फेसबुक पर प्रपंच फैला चुका है एवं अन्य वामी कामी उसके फिराक में हैं।
It looks like there are many forces supporting the Naxalites in India. #UrbanNaxal is real! Forget acknowledging Urban Naxals, media is now not ready to acknowledge even the idea of Naxalites.
आइए इस लेख के माध्यम से नक्सलवाद से जुड़े तकनीकी पहलुओं को समझने की कोशिश करते हैं. और इस विषय पर आंतरिक सुरक्षा के जानकार और स्वयं सरकार का क्या रवैया था, क्या है और क्या होना चाहिए ; इस पर विस्तार से बात करते हैं.
The youth should know the difference between modernization and westernization, changes with requirement of time differs from unknowingly influenced by other's way of life.
आज बात करेंगे कि "साम्यवाद" और "वामपंथ" आखिर किस तरह काम करते हैं, किस तरह भारत देश की व्यवस्था में ये लोग सेंधमारी कर चुके हैं और इनका "नक्सलियों" से क्या संबंध है?
आपराधिक वारदातों के बढ़ने की एक ख़ास वजह यह भी है कि जब तक केंद्र में मोदी सरकार नहीं आयी थी, तब तक तो इन अर्बन नक्सलियों को अपनी गुंडागर्दी करने की पूरी छूट मिली हुई थी क्योंकि कमोबेश इन लोगों की विचारधारा का समर्थन करने वाली सरकारें देश की सत्ता पर अपना कब्ज़ा जमाये हुए थीं.