बेहद अफसोस की बात यह है कि जिस देश की धर्म व संस्कृति में नारी शक्ति की पल में पल में पूजा होती हो, उसी देश में आज कुछ राक्षसी प्रवृत्ति के दरिंदों की दरिंदगी के चलते लोग आयेदिन अपने कलेजे के टुकड़े बेटियों की चिता जलाने पर मजबूर क्यों हो रहे हैं।
बेटियों के शसक्तीकरण को लेकर आरक्षण, प्रोत्साहन और अन्य आवश्यक मदद देकर सरकार ने भी हमारे देश में महिलाओं के विकास के लिए बहुत कुछ किया है। महिला सशक्तिकरण मोर्डन इंडिया की जरूरत है, क्योंकि वे भारत की जनसंख्या का ५०% हैं।
”No man should scold his wife and he must always maintain her as if she were his own mother. And even when he is in the greatest difficulties and troubles, he must not show anger to his wife“.
It’s ludicrous to believe that it's the 21st century going on and rulers of the countries are still swapping the cards between men and women instead of regarding them as a human being.
विद्या की देवी सरस्वती, धन की देवी लक्ष्मी, महारानी अवंतीबाई, विदुषी गार्गी, रानी लक्ष्मीबाई, महारानी झलकारी बाई, इंदौर की उदारमना शासक देवी अहिल्याबाई, गोंडवाना की शासक रानी दुर्गावती, रानी रुद्रम्मा देवी, रानी चेनम्मा, रानी और अनेकानेक उदाहरण हमारे समाज में मौजूद है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य महिलाओं और पुरुषों में समानता बनाना और इसके प्रति लोगो में जागरूकता लाना है। लेकिन आज इतने सालों बाद भी दुनियाँ भर में ऐसे कई देश हैं, जहां महिलाओं को समानता का अधिकार प्राप्त नहीं है।
Articles are written, conferences are organised, special programs and advertisements are on television and there are celebrations on women’s day all over the world, Sounds cool, doesn’t it?
“सम्मान हत्या (ऑनर किलिंग)” एक असंवैधानिक व अपराधिक कृत्य हैं। संवैधानिक प्रक्रिया के माध्यम से दोषी को दंडित करवा सकते हैं और यदि अनजान व बहकावे में आकर ऐसा काम कर दिया हैं तो उन्हे सुधार करने का अवसर देना चाहिये।