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BJP in UP
जयंत के सामने रालोद के अस्तित्व को बचाने चुनौती
अजित सिंह को विरासत में मिली थीं करीब 36 सीटेंअजित सिंह को विरासत में अपने पिता से 36 सीटें मिली थी, लेकिन 2019 तक...
यूपी में योगी सरकार बा
ये मेरे दोस्त जो यूपी में हैं जो ना नेता है, ना पॉलिटिकल analyst है, उनका कहना है और उनके ही शब्दों को मैंने इसमें लिखा है। जात की राजनीति और हिंदुत्व, देखते हैं जीत किसको हांसिल होती है।
UP polls 2022- Visible and invisible challenges for Yogi Adityanath and BJP
In recent period an amalgam of anti-democratic forces and sections of media have been found trying to manipulate the election process in various manners and at various stages to influence the polls results.
पिछले ५ वर्ष में योगी जी ने कौन सा विकास किया?
गौर से पढना कि पिछले ५ वर्षों में कैसे एक योगी ने उत्तर प्रदेश को देखते हि देखते उत्तम प्रदेश बना दिया।
क्या परिवारवाद हि समाजवादी पार्टी का असली समाजवाद है?
अब ज़रा देखते हैं कि मुलायम सिंह यादव और उनके सपूत श्री अखिलेश यादव जी ने किस प्रकार डा राममनोहर लोहिया जी के सामाजवाद का चिरहरण करते हुए किस प्रकार समाजवाद को परिवारवाद में बदलकर उसे पूर्णतया परिवारवादी सामाजवाद बना दिया।
रालोद के सामने अस्तित्व बचाने की चुनौती
बीजेपी की लहर में रालोद को दो लोकसभा चुनाव और एक विधानसभा चुनाव में मिली पराजय से जयंत चौधरी के सामने अपनी पार्टी के अस्तित्व को बचाने की बडी चुनौती है। पिछले तीनो चुनावों मे रालोद शून्य पर सिमट गया था।
राजनीति के चमन चकोर
बड़ी मुश्किल से और कोरोना की कृपा से उत्तर प्रदेश के लोग भाजपा सरकार से दूसरे मुद्दों पे सवाल कर रहे थे, जिससे चकोरों को फयदा हो सकता था, मंदिर को बीच में ला के इन्होने फिर से वही मोह पैदा कर दिया, जो डैमेज कंट्रोल बीजेपी २ महीने में नहीं कर पाती या शायद चुनाव तक, उसको इन्होने रामलला को बीच में ला के कर दिया।
Varanasi: The trajectory of developmental discourse
Varanasi has witnessed a tremendous transformation with Modi govt and that's why tomorrow, on 19th May, Varanasi is going to re-elect Mr. Modi for a visionary and honest leadership.
13 questions to Rahul Gandhi from a Bihari
Many lives, futures of Biharis, UPites have been changed due to the apathy of successive congress governments, exploitation by ruffians, street goons like Lalu Yadav, Mulayam Singh Yadav. Yet Rahul Gandhi stands in public, denigrating Biharis, people from UP.
2019 का चुनावी गणित
BJP की पकड़ UP में कमज़ोर होगी तो क्या नॉर्थ-ईस्ट और दक्षिण में तेज़ बनेगी, और फिर से एक बार 2019 का चुनाव जीत पाएगी?