देश में इन दिनों फेस्टिव सीजन का दौर चल रहा है. कहने को तो देश में कोरोना वायरस का कहर सुस्त है. लेकिन क्या आपको पता है कि इन दिनों रोजाना 15 हजार के आसपास नए मामले सामने आ रहे हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. वहीं चीन के लांझोउ में महज 6 नए मामले सामने आने पर ही चीन की सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया है. भारत में लोग वैक्सीनेशन के बाद काफी बेहरवाह हो चुके हैं. हालांकि सरकार त्योहारी और शादियों के सीजन को देखते हुए कोरोना के मामले बढ़ने के प्रति लोगों को लगातार आगाह कर रही है. लेकिन फिर भी लोग नहीं चेत रहे. विशेषज्ञों का कहना है कि इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
100 करोड़ वैक्सीनेशन, कोरोना को भूले लोग
देश में 100 करोड़ वैक्सीनेशन क्या हुआ, लोगों तो जैसे कोरोना को भूल ही गए. कोरोना के कहर से बेफिक्र लोग बाजार में घूमते हुए दिख रहे हैं. इस दौरान, दो गज की दूरी यानी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन होता नजर नहीं आ रहा. केंद्र सरकार की ओर से बार-बार लोगों से बाजारों में भीड़ लगाने से बचाने का आग्रह किया जा रहा है. साथ ही राज्य सरकारों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे सुनिश्चित करें कि ज्यादा भीड़ नहीं जुटे. लेकिन लोग कहां मानने वाले हैं.
फेस्टिव सीजन के बाद दिख सकता है कहर
बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में दुर्गा पूजा के बाद कोरोना के नए मामले बड़ी संख्या में रिपोर्ट किए जा रहे हैं. कोरोना मामलों का ग्राफ इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि कोलकाता में एक बार फिर से सरकार ने क्वॉरन्टीन सेंटर्स को खोलने का फैसला किया है ताकि मामले बढ़ने की स्थिति में नियंत्रण के लिए जरूरतमंद मरीजों को आइसोलेट किया जा सके. अधिकारी दुर्गा पूजा फेस्टिवल के दौरान सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन करने में लापरवाही को कोरोना मामले बढ़ने की वजह मान रहे हैं.
चीन में बाहर से आने वालों पर सख्ती
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चीन के लांझोउ शहर से बाहर जाने वालों और आने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है. सभी लोगों को अपने घरों के अंदर रहने के निर्देश दिए गए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि जैसे-जैसे हम टेस्टिंग बढ़ा रहे हैं, वैसे-वैसे संक्रमण की रफ्तार भी बढ़ सकती है. गौरतलब है कि चीन के वुहान शहर में सबसे पहले कोरोना का संक्रमण देखा गया था. जिसके बाद इस देश ने बड़े पैमाने पर लॉकडाउन किया था. बाद में जब लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाने लगी, तब पाबंदियों को भी हटा दिया गया था. 2021 की शुरूआत से ही चीन में लोग बड़े-बड़े आयोजनों में इकट्ठा होते दिखे. चीनी नव वर्ष, राष्ट्रीय दिवस जैसे मौकों पर बड़ी संख्या में लोग सामने दिखे. लोगों ने मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग को भी छोड़ दिया था.