उत्तर प्रदेश में समस्त अवैध निर्माणों तथा सम्पत्तियों पर योगी सरकार की पैनी नज़र बानी हुई है। हाल ही में गाज़ीपुर के माफिया मुख्तार अंसारी के होटल ग़ज़ल पर कार्यवाही करते हुए उसे ध्वस्त किया गया था। अवैध निर्माणों के मामले पर शिकंजा तेज़ करते हुए अब सरकार ने वाराणसी में अंसारी गैंग के मेराज़ तथा मऊ में ईशा खान के गैर कानूनी इमारतों पर बुलडोज़र चलवा दिए हैं।

मेराज़ अहमद, मुख्तार अंसारी के अंतरप्रांतीय गिरोह का सहयोगी तथा जैतपुरा थाना अंतर्गत अशोक कॉलोनी का ररहने वाला है। शास्त्रों के फ़र्ज़ी कागज़ात लेकर लाइसेंस बनवाने तथा उनके नवीनीकरण के आरोप में मेराज़ पहले ही जेल में बंद है। उसपर आईपीसी की 419, 420, 467, 468, 470, 471, 216 तथा 120बी के तहत कई मुकदमे चल रहे हैं।
मेराज़ ने अशोक विहार कॉलोनी स्तिथ अपने मकान के पिछले हिस्से में एक अवैध निर्माण करवा रखा था, जिसके लिए उसे 2 महीने पहले ही वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) द्वारा नोटिस भी जारी किया गया था। नोटिस का कोई संज्ञान न लिए जाने तथा अवैध इमारत के ज्यों के त्यों रहने के कारण वीडीए ने स्वयं कार्यवाही करते हुए उसे ध्वस्त करवाया। ध्वस्तीकरण के दौरान वीडीए की टीम तथा सीओ चेतगंज संतोष कुमार मीणा, इंस्पेक्टर जैतपुरा साक्षी भूषण राय सहित भरी पुलिस बल मौजूद रही।
दूसरी ओर, मऊ में गाज़ीपुर तिराहे पर अंसारी गैंग के एक और माफिया ईशा खान की अवैध इमारत को गिरवाया गया। आरोपों के अनुसार पेरिस प्लाज़ा नामक यह अवैध इमारत सरकारी आईटीआई की ज़मीन पर बानी थी। इमारत ध्वस्त करने के समय मौके पर सख्त सुरक्षा बलों की तैनाती रही।