पाकिस्तान जो चाहता था उसे वो हासिल हो गया किसी भी तरह से भारतीयों का ध्यान हमारे 44 जवानो की शहादत से भटक जाए और कही और डायवर्ट हो जाए जिसमें वो सफल रहा!
इसलिए पाकिस्तान ने अभिनंदन की विडियो और फोटोज वायरल किए ताकी अपने प्रोपोगेंडा में वो सफल हो सके पर मै नही भूला और नही किसी को भूलने दूंगा सर्जिकल स्ट्राइक 2 के बाद भी हमारे 8 जवान शहीद हुए हैं।
क्या एक बड़े हमले और बड़ी संख्या में हमारे जवान मरेंगे तभी हम सरकार पर दबाव बनाएंगे और उसका क्या? जो 2-4 की तादाद में शहीद होते हैं और सैकड़ों की संख्या पार कर जाते हैं क्या उनकी शहादत की कोई कीमत नही है हमारे लिये क्या हम उन थोड़े-2 करके शहीद होने वाले सैनिको के लिए कभी कोई कैंडल मार्च निकाला है नही क्योंकि मीडिया कवरेज नही मिलेगी उसमे न।
हमे हर हाल सरकार में सरकार पर दबाव बनाना होगा कि आतंकवाद का स्थाई समाधान निकाले अस्थाई से हमारे जवानों के शव तिरंगा फहराते कम उसमे लपेटे ज्यादा नजर आएंगे।