While AI technologies, including chatbots and language models, can be powerful tools for learning and information retrieval, they should not be seen as a substitute for critical thinking, human interaction, or traditional education.
A generation that detests labels, whether on individuals or on relationships, holds on to that very lifeline to stamp on those who do not subscribe to their ideas.
The core difference between democracy and communism is that communism can corrupt far more easily than democracy. In democracy, you can see when the government isn’t doing its job properly but in communism that’s absolutely not the case.
साम्यवाद के भ्रमित करने वाले शब्द व स्वर को आधुनिक शब्द छलावा में पेश कर कविता आवृत्ति होती है। बस किसी भी तरह देश की आंशिक जनसंख्या को प्रभावित करके मिथ्या प्रोपगंडा को सच्चाई में बदलने का कोशिश चालू रहता है।
मनदीप पूनिया एक पात्र है और ऐसे हजारों छात्र देश के हर विश्वविद्यालय में ट्रैप में फंसते हैं। व्यवस्था विरोध में फेक न्यूज की फैक्ट्री ही नहीं नक्सली भी बनते हैं। वो वैचारिक जोम्बी बनकर अपने आला का हुक्म बजाते हैं। फिर जोम्बिज का श्रृंखला बनता ही रहता है।
What Insight do we take from the Life of Marudu Pandiyan Brothers, especially the youth who has to become aware of the twisted narratives that is being set.
पिछले लगभग ढाई दशकों में कुछ अपवादों को छोड़कर स्त्री विकास या स्त्री सशक्तीकरण पर बाज़ार और उपभोक्ता संस्कृति का प्रत्यक्ष प्रभाव रहा है, जिसके कारण उसका संघर्ष शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, निर्णय क्षमता और अधिकार, आध्यात्मिक विकास जैसे मूल विषयों से भटक कर, “मैं जो चाहूं वो करूँ” पर सिमट कर रह गया है।