August 5 will remain the darkest day for a few months until the government does something new say announce NRC or something related to Uniform Civil Code or anything other from its manifesto for that matter.
हिन्दू धर्म में तुलसीदास और सूरदास जैसे कई कवियों ने भगवान कृष्ण और राम के लिये वात्सल्य भाव का प्रयोग किया है। आज भी वैष्णव सम्प्रदाय में भगवान की वात्सल्य भाव से पूजा की जाती है तथा उन्हें परिवार के एक बालक की तरह ही देखा जाता है।
समय बलवान होता है, ये पता था मगर नियती (डेस्टिनी) उससे भी बड़ी होती है, ये आज पता चला और नियती उनका साथ देती है जो धर्म के तरफ खड़े होते हैं! अपने आराध्य के लिए अपना सर्वस्व निछiवर करने वाले सभी कार्यसेवकों को नमन!
Hindus must evolve from sensationalist proclivities to reason and objectivity, for only the tempered and equanimous shall lead the Hindus in this desired resurgence.
लिबरल शब्द से तो ऐसा लगता है कि ये उदारवादी प्रवृत्ति के होंगे पर ऐसा नहीं है। ये अव्वल दर्जे के पाखंडी हैं जिनका एक मात्र काम है हिन्दू धर्म के खिलाफ टिप्पणी या कार्य करना। ये हर वो चीज़ का उपहास करेंगे जो हिंदुओं की भावनाओं से जुड़ी हुई हैं।
राम मंदिर निर्माण स्थल पर जमीन में करीब 2 हजार फीट नीचे एक टाइम कैप्सूल रखा जाएगा। इसलिए, कि भविष्य में कोई भी व्यक्ति जो मंदिर के इतिहास के बारे में अध्ययन करना चाहता है, वह राम जन्मभूमि से संबंधित तथ्यों को प्राप्त कर देगा, ताकि कोई नया विवाद न पैदा हो सके।
Mr. Sharad Pawar objection to Prime-minister's visit of Ayodhya to shilanyas for construction of Mandir is the clear manifestation of loosing the battle to grab political power for at least another twenty years.