भारत और अमेरिका जैसे जिन मालिकों ने इन्हे घी पिलाया अब वही इन्हे कायम चूर्ण भी दे रहे हैं फिर चाहे वो व्यापार बैन करने वाले कायम चूर्ण हों या फिर गलवान घाटी में चीनियों को दिया गया भारतीय कायमचूर्ण, या फिर बालाकोट में पाकिस्तान को दिया गया कायमचूर्ण।
China and Pakistan underestimate the power of New 'Atmanirbhar' Bharat, least do they know about India's new global strategy and lest about the increased and flexible muscle power which at any given instance can fight a 2 front war and give a knee jerk to the unruly and pompous neighbors.
Indian government has already initiated various actions to attract investment from USA based companies, many European and Asian companies, those companies which are discovering alternative to China.
पाकिस्तान के वजीर-ए-आज़म ने फरमाया कि पाकिस्तान में गधो की संख्या काफी हो गई है। लोग बाग-बाग हो गए, पाकिस्तान के। गधा पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का सारथी जो ठहरा!
पर इस बार मोदी ने लाइन खींच दी है, विश्व को भी आगाह किया है की पागल हाथी बहुत विन्ध्वंस लाता है। डैगन की सारी आग उसी हिमालय में बर्फ बन जाएगी और हाँथी जिधर चलेगा उधर शमशान बनता जाएगा।
चीन की साम्राज्यवादी मानसिकता ने उसे हमेशा युद्ध में उलझा कर रखा है. औपनिविशिक काल के पहले जिस प्रकार एक राजा दूसरे पर हमला कर राज्य पर कब्ज़ा करते थे, चीन वैसा ही बाद में भी करता रहा.
A country decimated by the murderous Mao designed man made famine and actively stuck in the Korean peninsula ruckus - a country with hardly any air force to speak of- delivered a bloody nose to India thanks to Nehru and Krishna Menon.
चीन की सेना विशाल जरूर है, मगर उसकी मौजूदा सेना में किसी सैनिक या अफसर ने कभी कोई जंग नहीं लड़ी और फिर पहाड़ी की लड़ाई तो और भी कठिन आयाम है, जिसमें भारतीय सेना को महारत हासिल है।