राजधानी लखनऊ में बुधवार को सिंचाई विभाग के डॉ. राम मनोहर लोहिया परिकल्प भवन तेलीबाग पर स्ट्रेस मैनेजमेंट कार्यशाला का आयोजन सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार की अध्यक्षता में हुआ. कार्यक्रम में मनोचिकित्सक डॉ.अभय सिंह ने कार्य के साथ-साथ स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए कुछ प्रमुख बातें बताई.
1- तनाव जीवन की मांगों के लिए एक मनोवैज्ञानिक और शारीरिक प्रतिक्रिया है तनाव की थोड़ी मात्रा अच्छी हो सकती है इससे जिससे आप बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित हो सकते हैं हालांकि निरंतर चुनौतियों के कारण अत्यधिक तनाव आपको इससे निपटने की क्षमता कोचिंग कर सकता है कुछ सरल तरीकों से तनाव का प्रबंधन किया जा सकता है।
2- तनाव के प्रबंधन का पहला चरण तनाव के मूल कारण का पता लगाना है क्योंकि तनाव प्रबंधन के तरीके तब तक प्रभावी नहीं होंगे जब तक वह मूल कारण को संबोधित नहीं करते कभी-कभी व्यक्ति महसूस कर सकता है कि वह एक निश्चित स्थिति के कारण तनाव ग्रस्त है लेकिन अंतर्निहित तनाव स्थिति के प्रति उसका दृष्टिकोण हो सकता है। पीएसडब्ल्यू रवि द्विवेदी ने बताया पर्याप्त नींद लें-हालाँकि नींद की मात्रा हर व्यक्ति में अलग-अलग होती है, लेकिन पर्याप्त नींद लेना हर किसी के लिए महत्वपूर्ण होता है।
अच्छी और गहरी नींद आपके मस्तिष्क को पुनरारंभ करने में मदद करती है और आपको केंद्रित रहने में मदद करती है।कार्यक्रम में साइकाइट्रिस्टि नर्स संतोष पाल वार्ड अटेंडेंट कल्बे राजा वह बड़ी संख्या में कर्मचारी व अधिकारी गण उपस्थित थे।