मित्रों क्या आपको बॉलीवुड पर राज करने वाले जिहादी माफियाओं की ताकत का अंदाजा है, शायद आप भूल चुके हैं, याद करिये T सीरीज के मालिक स्व श्री गुलशन कुमार जी को किस प्रकार सरे आम गोलियों से भून दिया गया था, उनका कसूर केवल इतना था की वो बॉलीवुड में सनातन धर्म का परचम बड़े गर्व से फहरा रहे थे, ये था मफियाराज जिहादी राज कि शुरुआत।
बॉलीवुड माफिया की ताकत को कम मत समझिए। आपको स्व श्री रविंद्र पाटील नामक एक पुलिस कांस्टेबल जो 1998 बैच का था याद है? शायद नहीं आप लोगों कि याद्दाश्त थोड़ी कमजोर है। चलीये मैं याद दिलाता हूँ। स्व श्री रविंद्र पाटिल सलमान खान कि सुरक्षा दस्ते में शामिल मुंबई पुलिस का एक ईमानदार और कर्तव्यपरायण युवा कान्स्टेबल था। वह ठीक उसी समय अपनी ड्यूटी पर था जहां सलमान खान की लैंड क्रूजर ने फुटपाथ पर सो रहे पांच लोगों को कुचल दिया था। उसने किसी कि परवाह ना करते हुए सच का साथ दिया और अदालत में गवाही दी। और उसी के बयान के आधार पर सलमान को 5 साल की सजा हुई।
फिर आए बॉलीवुड के माफिया और उसके बाद उसे अदालत में बयान बदलने के लिए बहुत मजबूर किया गया, बहुत धमकियां दी गई, उसके ऊपर कई आपराधिक मामले शुरू कर दिए गए, उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया। जिहादी माफियाओं का प्रभाव ऐसा था कि उसके घर वाले, उसके अपने पुलिस विभाग वाले लोगों ने भी उसका साथ छोड़ दिया और फिर वह मानसिक तनाव में भीख मांगने को मजबूर हो गया। और देखते हि देखते एक दिन एक सरकारी टी बी हॉस्पिटल में महीनों तक टी बी कि बीमारी से तड़प तड़प कर इस धरती को छोड़ गया। उसका कसूर इतना था कि उसने सच का साथ दिया था।
आपने स्व दिव्या भारती कि हत्या जिसे आत्म हत्या साबित कर दिया गया, तो याद हि होगा इसी प्रकार ऐसे बहुत से उदाहरण है जो जिहादी माफियाराज कि धमक को बताने के लिए काफी है। ताज़ा ताज़ा उदाहरण स्व दीपा सालियान और स्व सुशांत सिंह राजपूत कि जघन्य हत्या का मामला तो अभी ठंडा भी नहीं हुआ है।
इन बॉलीवुड के माफियाओं ने अनगिनत सनातन धर्मी कलाकारों के कैरियर का अंत कर दिया जिसमें, सोनू निगम, विवेक ओबेरॉय, और अरिजीत सिंह जैसे कलाकार और गायक शामिल हैं।
खैर अब आ जाते हैं NCB Officer श्री समीर वानखेडे पर, जिहादियों ने इस officer को बदनाम करने के लिए इनके पूरे परिवार यंहा तक कि घर कि बहन बेटियों को भी घसीट लिया है, इनकी निम्न कोटि कि निकृष्ट मानसिकता का मनोरोग इतना बढ़ चुका है कि किसी भी प्रकार का लांछन लगाने से पीछे नहीं हट रहे हैं। इस officer का धर्म तक ढूंढ लिया गया
पर क्या जब बीजेपी के बड़े नेता स्व श्री प्रमोद महाजन के बेटे श्री राहुल महाजन को उन्हीं धाराओं में गिरफ्तार किया गया था और जेल भेजा गया था जिन धाराओं में आर्यन खान गिरफ्तार हुआ है और जेल में है तब किसी ने ये पूछा था कि किस अधिकारी ने उन्हें गिरफ्तार किया था, उस अधिकारी के बाप का क्या धर्म था, उस अधिकारी की पत्नी का क्या धर्म था या उस अधिकारी की बहन कहां कहां घूम रही थी।
आपको याद होगा कि स्व श्री सुनील दत्त जी के सपूत श्री संजय दत्त भी ड्रग्स मामले में 2 महीने जेल में थे तब क्या भारत के किसी भी पत्रकार ने चिल्ला चिल्ला कर बताया कि कौन से अधिकारी ने संजय दत्त को गिरफ्तार किया था और उसके बाप का क्या धर्म था या उस अधिकारी का जन्म प्रमाण पत्र क्या था।
इसके पश्चात्, हास्य कलाकार भारती सिंह और उसका पति गिरफ्तार हुए तो भी किसी ने गिरफ्तार करने वाले officer के धर्म और परिवार के बारे में नहीं पूछा।
यही नहीं कई छोटे बड़े ड्रग्स पैडलर भी पकड़ कर जेल भेजे गए पर किसी ने गिरफ्तार करने वाले अधिकारी के बारे में कुछ नहीं जानना चाहा। लेकिन जब आर्यन खान गिरफ्तार हुआ तब पूरा मिडिया तन्त्र, तथाकथित सेक्युलर, लिब्रान्डू लिबरल और कुछ राजनितिक गिद्ध, बॉलीवुड के माफियाओं के साथ मिलकर उस जांबाज NCB officer के घर कि महिलाओं पर वार करना शुरू कर दिया वैसे ये इनके DNA में शामिल है, क्योंकि महिलाओं, बहु, बेटियों को निशाना बनाना इनका शुरू से सबसे बड़ा हथियार रहा है इतिहास गवाह है कि जब जब मुगलों का आक्रमण होता था तब महिलाएं जौहर कर लेती थी वह फांसी से लटक कर नही मरती थी ताकि वह इनके पार्थिव शव के साथ ही अपनी गन्दी और ओछी मानसिकता को संतुष्ट ना कर सकें।
NCB महाराष्ट्र के जोनल डायरेक्टर श्री समीर वानखेड़े को निशाना क्यों बनाया जा रहा है, आइये देखते हैं।
शाहरुख खान के सपूत और इंडियन मिडिया के 23 साल के मासूम बच्चे की NDPS Act के प्रावधानों के तहत हुई गिरफ्तारी ने कराची और लाहौर कि गलियों मे छीपे भारत के गद्दार और नीच आतंकी दाऊद इब्राहिम और रावलपिंडी में बैठे ISI के खून पीने वाले भेड़िये को बुरी तरह बेचैन कर दिया। उन्हें ये समझ में आ गया कि NCB की इस कार्रवाई में NCB बॉलीवुड में उनके पाले पोसे हुए उन गुर्गों के गिरेबान तक पहुंच रही है, जिन गुर्गों के द्वारा वो बॉलीवुड में अपनी माफियागिरी का राज चलाते आ रहे हैं।
NCB युध्दस्तर पर कार्यवाही करते हुए अब बॉलीवुड में उन जिहादियों के माफिया राज को बुरी तरह ध्वस्त करती जा रही है और यही कारण है कि उन्होंने भारतीय मीडिया, बॉलीवुड और राजनीति में जमे हुए अपने पालतु पोशीतो को NCB और उसके ईमानदार अफसरों के विरुद्ध पूरी ताकत से सक्रिय कर दिया है।
आपको याद होगा कि स्व श्री सुशांत सिंह राजपूत कि हुई निर्मम हत्या से दुःखी उनके प्रशंसकों ने उनको न्याय दिलाने के लिए पिछले वर्ष ” जस्टिस फॉर सुशांत सिंह राजपूत” का जो बिलबोर्ड अमेरिका के हॉलीवुड में लगाया था उनको अचानक हि कुछ ही घंटों के भीतर गायब कर दिया गया था और इसके पीछे जिसका दिमाग था वो है अज़ीज-उल-हसन अशाई उर्फ टोनी अशाई जो भारतीय मूल का कश्मीरी है और पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का सदस्य रह चुका है, जी हाँ वहीं JKLF जिसने कश्मीरी सनातन धर्मियों के खून से कश्मीर कि धरती को लाल कर दिया था।
यही अज़ीज-उल-हसन अशाई उर्फ टोनी अशाई अमेरीका में पाकिस्तान की उस खुफिया एजेंसी ISI का एजेंट है जो पिछले 30 सालों से हिन्दूस्तान में आतंकी जिहाद चलवा रही है। जिसका एकमात्र ऐजेण्डा “गजवा-ए-हिन्द्” है।
टोनी अशाई कि भारतीय और अमेरिकी जांच एजेंसियों के दस्तावेजों में यहि पहचान दर्ज है। सर्वाधिक महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि शाहरूख खान और उसकी बीबी गौरी खान का बिजनेस पार्टनर भी यही टोनी अशाई है। और यह कई कारणों मे से सबसे प्रमुख कारण है कि शाहरुख खान की अक्सर अमेरिका के एयरपोर्ट पर(जंहा वो जाता है) कपड़े उतरवा कर, नँगा करके तलाश ली जाती है, वो इस पर हल्ला भी खूब मचाता है, लेकिन अमेरिकी प्रशासन पर कोई असर नहीं पड़ता।
ISI का यही अज़ीज-उल-हसन अशाई उर्फ टोनी अशाई जो शाहरुख का यह जिगरी दोस्त और बिजनेस पार्टनर भी है, NCB की इस ईमानदार कार्रवाई से तिलमिलाया और घबराया हुआ है। NCB को रोकने के लिए ISI अपने पूरे नापाक लाव-लश्कर के साथ सक्रिय हो गयी है। यही कारण है कि ISI, और भगोड़े आतंकी दावुद के द्वारा पोषित मीडिया, बॉलीवुड और राजनीति का एक विशेष वर्ग NCB के खिलाफ जहर उगलने में जुट गया है। इस अज़ीज-उल-हसन अशाई उर्फ टोनी अशाई के केवल शाहरुख़ खान के सम्बन्ध है ऐसा नहीं है अपितु दीपिका पादुकोण उसके पति, अनिल कपूर उसकी बेटी और ना जाने कितने ऐसे बॉलीवुडिया हैं, जिनके सम्बन्ध ISI के इस सुवर से हैं।
कौन भूल सकता है एक दर्जी से माफिया डान बने अबू सलेम कि दहशत को, ये और बात है कि आज वो जेल कि शलाखों के पीछे है।
उस दुर्दांत अतंकवादी बुरहान वाणी को जब हमारे वीर सैनिको ने ठोक दिया तो इसी ISI के सुवर अज़ीज-उल-हसन अशाई उर्फ टोनी अशाई ने मिलकर उसे मासूम युवा साबित करने और भारतीय सेना को बदनाम करने का प्रोपेगेंडा चलाया था, जिसमें हमारे देश के गद्दारों ने भी उसका भरपूर साथ निभाया था।
जब हमारे वीर सैनिको ने नापाक पाकिस्तान में पल रहे सूअरों पर सर्जिकल स्ट्राइक और एअर स्ट्राइक कि तब भी ये चिरकुट जंदाल चौकड़ी इसका सबूत माँग रही थी और इसे झूठा बता रही थी।
इससे पहले अफ़ज़ल गुरु, याकूब मेमन, बटला हाऊस के आतंकियों को बचाने के लिए भी दाऊद और ISI ने भारतीय मीडिया, बॉलीवुड और राजनीति में बैठे अपने गुर्गों का इस्तेमाल भारतीय सेना और भारतीय अदालतों पर दबाव बनाने के लिए किस तरह करते रहे हैं। यह पूरा देश देखता रहा है।
आप को याद होगा कि जनवरी 2021 में NCB ने ब्रिटिश नागरिकता वाले भारतीय मूल के करन संजनानी के मुंबई स्थित अड्डे पर छापा मार कर बहुत हि उच्च कोटि का 2 क्विंटल विदेशी गांजा बरामद किया था। यह गांजा अमेरिका से तस्करी कर के लाया गया था। करन संजनानी के उस नशे के अड्डे से मिले ठोस सबूतों के बाद शुरू हुई NCB की जांच में नवाब मलिक का दामाद समीर खान भी ठोस सबूतों के साथ NCB के जाबाज officer श्री समीर वानखेडे द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था। विदित हो कि नवाब मलिक कि बेटी निलोफर का शौहर है ये समीर खान।
याद रखिये पिछले वर्ष जब सुशांत सिंह कि हत्या के केस में ड्रग्स का एंगल आया और NCB का पदार्पण हुआ तो मुंबई और गोवा के ड्रग्स तस्करो और पैडलरो में हड़कप मच गया था और यही नहीं मुंबई में हि एक छापे के दौरान समीर वानखेड़े और उनके साथियों के ऊपर जानलेवा हमला भी किया गया था।
NCB ने पूछ्ताछ के बाद दिनांक 11 जनवरी 2021 को उसे जेल भेज दिया था। नवाब मालिक जी के अपने सगे दामाद समीर खान को साढ़े 8 महीने तक कोर्ट ने जमानत नहीं दी थी। 27 सितंबर को कोर्ट ने उसे जमानत इस शर्त के साथ दी है कि वो अपना पासपोर्ट कोर्ट में जमा कराए तथा कोर्ट की अनुमति के बिना मुंबई के बाहर नहीं जा सकता। साढ़े 8 महीने जेल में बंद रहने के बाद इन शर्तों के साथ कोर्ट द्वारा नवाब मलिक के दामाद समीर खान को दी गयी जमानत बताती है कि वो कितना मासूम और निर्दोष है।
कोई भी ससुर जिसे महाराष्ट्र सरकार में एक ताकतवर मंत्री का दर्जा हासिल है और वो अपने सगे दामाद को गिरफ्तारी से ना बचा पाये और तो और साढ़े आठ महीने उसका दामाद जेल में बिताये तो उसे क्रोध तो आएगा हि और क्रोध रूपी ज़हर को बाहर भी निकलेगा अतः यही सब श्रीमान नवाब मलिक के साथ हो रहा है।
याद रखिये इन्ही बॉलीवुड के जिहादी माफियाओं ने गुजरात के कुख्यात आतंकी अब्दुल लतीफ को “रइस” बना के पेश किया था, इन्ही जिहादियों ने भगोड़े आतंकी दावूद इब्राहिम पर फिल्मे बनाकर उसे नायक बनाने कि कोशिश कि, इन्हीं, जिहादियों ने PK जैसी फिल्म बनाकर सनातनी संस्कृति और सभ्यता को नीचा दिखाया। अब उन्हीं जिहादियों ने OTT plateform का उपयोग करके सनातन समाज को कलंकित करने वाली फिल्मो का निर्माण और प्रसार कर रहे हैं, आश्रम, पातालोक और मिर्जापुर जैसी ना जाने कितनी फिल्मे समाज के मध्य आ चुकी और ना जाने कितनी आने वाली हैं अत: चुप रहने और तमाशा देखने से काम नहीं चलेगा हमें आगे बढ़कर किसी ना किसी प्रकार से समीर वानखेडे जैसे योद्धाओं का साथ देना हि होगा।
Nagendra Pratap Singh(Advocate)