कहते है समझदार के लिये इशारा ही काफी है और कांग्रेसी नीति से कौन परिचित नही है? फेक एजेंडा (Fake Agenda) फैलाने मे कांग्रेस माहिर है। कांग्रेस के मुखिया भी और कांग्रेस के कार्यकर्ता भी गलत जानकारी शेयर करते रहते है और लोगो मे भड़काऊ नफरती लेख के द्वारा नफरत फैलाते रहे है। एक खास समुदाय की सोच रखने वाले राहुल गान्धी को ट्विटर पर बार बार अपनी मुँह की खानी पडती है।
आज कृष्ण जन्माष्टमी है और आज भी राहुल गाँधी ने अपना नफरत फैलाना जारी रखा है। आज भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन है पूरा देश जन्माष्टमी के माहौल मे खो रहा है लेकिन राहुल गाँधी के ट्विटर अकाउंट से कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई तक नही दी गई।
सोचने वाली बात है की जो बधाई सुबह जागकर देनी चाहिये थी उसे राहुल गाँधी ने अभी तक नही दिया। प्रधान-मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी सुबह-सुबह देशवाशियों को जन्माष्टमी की बधाई दे दी थी, प्रधानमंत्री मोदी ने कभी किसी भी धर्म के लोगो के साथ भेदभावपूर्ण व्यव्हार नही किया है वह ईंद हो या दीपावली या किसी और धर्म का त्योहार, वह सबसे पहले देते है।
राहुल गाँधी का नफरती ट्वीट –
आज राहुल गाँधी ट्विटर पर लिखते है- संविधान के अनुच्छेद 15 व 25 भी बेच दिये और एक शार्ट वीडियो भी डाला।
संविधान के अनुच्छेद 15 व 25 भी बेच दिए? #Article15#Article25 pic.twitter.com/1bpJyIiWl3— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 30, 2021
इस इस वीडियो मे एक उत्तरप्रदेश के लोनी का फोटो भी शामिल है जिसको राहुल गाँधी सहित ट्विटर ने हिन्दू मुस्लिम घटना से जोडा था और एजेंडा चलाया की जय श्री राम ना बोलने पर पीटा गया लेकिन बाद मे पता चला की ऐसा मामला कुछ नही हुआ, उसकी सच्चाई ये थी की वो एक मौलवी था जिसने एक व्यक्ति को एक ताबीज़ दिया जिसके बाद उसकी पत्नी की मौत हो गई और उसका उल्टा असर होने लगा जिसके बाद युवकों द्वारा उसको पीटा गया। जिसके मामले मे लोनि थाने मे ट्विटर इंडिया सहित कई लोगो पर एफआईआर दर्ज भी हुई।
आज फिर से राहुल गाँधी ने उस फोटो को शेयर करके साबित किया है की वो अपना एजेंडा लगातर जारी रखेंगे।
राहुल गाँधी के इस ट्वीट पर दिल्ली से भाजपा नेता कपिल मिश्रा लिखते है- जन्माष्टमी के दिन हिंदुओ के खिलाफ झूट से भरा ये ट्वीट क्यो? इसमें दिखाएँ गए वीडियो का झूठ मीडिया मे, कौर्ट मे सब जगह साबित हो चुका है पर राहुल गाँधीने आज फिर ये झूठ बेचने की कोशिश की, हमारी आस्थाओ हमारे प्रतीकों हमारी धार्मिक पहचान से इतनी नफरत क्यो गाँधी परिवार को?
जन्माष्टमी के दिन हिंदुओं के खिलाफ झूठ से भरा ये ट्वीट क्यों?
इसमें दिखाए गए वीडियो का झूठ मीडिया में , कोर्ट में सब जगह साबित हो चुका है
पर राहुल गांधी ने आज फिर ये झूठ बेचने की कोशिश की
हमारी आस्थाओं, हमारे प्रतीकों, हमारी धार्मिक पहचान से इतनी नफरत क्यों गांधी परिवार को ? https://t.co/eqn0gQBRlL— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) August 30, 2021
इस पर उत्तरप्रदेश के सूचना सलाहकार शलभ मानी त्रिपाठी लिखते है- “बार बार झूठ गढ आखिर हिंदुओं को बदनाम क्यूं करना चाहते हैं,वह भी श्रीकृष्ण जनमाष्टमी के पवित्र दिन,श्रीराम के नाम पर UP में जिस बुजुर्ग का दाढी काटने का वीडियो आपने पोस्ट किया, वह तो झूठा साबित हो चुका है,आखिर श्रीराम के नाम से इतनी नफरत क्यूं है आपको राहुल जी,जय जय श्रीराम।
बार बार झूठ गढ आखिर हिंदुओं को बदनाम क्यूं करना चाहते हैं,वह भी श्रीकृष्ण जनमाष्टमी के पवित्र दिन,श्रीराम के नाम पर UP में जिस बुजुर्ग का दाढी काटने का वीडियो आपने पोस्ट किया,वह तो झूठा साबित हो चुका है,आखिर श्रीराम के नाम से इतनी नफरत क्यूं है आपको राहुल जी,जय जय श्रीराम। https://t.co/DRIDLgMx66 pic.twitter.com/i6BoKouEnU— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) August 30, 2021
इस पर पीआईएल मैन के नाम से जाने वाले अश्विनी उपाध्याय जी लिखते है – दोष आपका नहीं बल्कि घटिया अंग्रेजी कानूनों का है जिसके कारण आप बाहर बैठकर ट्वीट कर रहे हो , जिस दिन घटिया कानून बदले गए और नार्को पॉलीग्राफ ब्रेन मैपिंग कानून बनाया गया, उसी दिन आप सपरिवार तिहाड़ जाओगे
दोष आपका नहीं बल्कि घटिया अंग्रेजी कानूनों का है जिसके कारण आप बाहर बैठकर ट्वीट कर रहे हो
जिस दिन घटिया कानून बदले गए और नार्को पॉलीग्राफ ब्रेन मैपिंग कानून बनाया गया, उसी दिन आप सपरिवार तिहाड़ जाओगे#RepealColonialLaws@PMOIndia @AmitShah @JPNadda @blsanthosh https://t.co/0LH7uhyC85— Ashwini Upadhyay (@AshwiniUpadhyay) August 30, 2021