आजादी के बाद से देश में बहुत ही बुरा दौर चल रहा है, भारत देश के हर प्रदेश में हर क्षेत्र में हिंदुओं का पतन हो रहा है| कहीं हिंदू गुंडागर्दी के शिकार हो रहे हैं कहीं दंगों का शिकार हो रहे हैं और कहीं राजनीति में मूर्ख बनाए जाते रहे हैं|
हिंदुओं का पतन इतना कर दिया गया है कि आज दुनिया में एक भी हिंदू राष्ट्र नहीं है, हिंदुओं के साथ यह अन्याय आजादी के बाद से तत्कालीन सरकार एक करती चली आई है|
मुस्लिमों की मांग पूरी कर देती है हर सरकार
इसका एक बड़ा उदाहरण यह है कि जब अफगानिस्तान के मुसलमानों ने चाहा तो सरकार ने उनकी बात मंजूर करके अफगानिस्तान को मुस्लिम राष्ट्र घोषित कर दिया और उन्हें एक अलग देश का दर्जा मिल गया| बिल्कुल उसी तरह पाकिस्तान भी मुस्लिम राष्ट्र बन गया वह भी पूर्णतया इस्लामिक देश है जबकि वहां भी हिंदू हैं फिर भी उसे इस्लामिक देश ही माना जाता है और कानून भी इस्लाम के आधार पर ही चलता है क्योंकि मुसलमानों की संख्या वहां काफी ज्यादा है|
लेकिन भारत जहां पर सबसे अधिक हिंदू रहता है वहां हिंदुओं की किसी भी बात को वैल्यू नहीं दी जाती ना ही उनका महत्व समझा जाता है हर सरकार के कार्यकाल में भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की जाती है जिससे कम से कम दुनिया में कोई तो ऐसा देश हो जिसे हिंदू राष्ट्र कहा जा सके, क्योंकि दुनिया में 56 इस्लामिक देश है और ईसाईयों के देश हैं लेकिन एक भी हिंदू राष्ट्र नहीं है|
मगर सरकार हमेशा से हिंदुओं की बातों को नजरअंदाज कर देती है हिंदुओं के पतन का मुख्य कारण कांग्रेस की घटिया नीति रही है| कॉन्ग्रेस वही है जिसने देश के कुछ मुसलमानों की बात मानकर पाकिस्तान बनाया था और उन मुसलमानों को एक अलग मुस्लिम राष्ट्र दे दिया था लेकिन उसी कांग्रेस ने कभी भी हिंदुओं को सपोर्ट करने की कोई भी बात नहीं की|
खत्म हो रहा हिंदू आबादी
आजादी के पहले और आजादी के बाद भारत देश में 90% से ऊपर हिंदू रहता था, लेकिन कुछ वर्षों के बाद ही यह संख्या कम होने लगी और 75% हो गई है और जो मुसलमान केवल 8% था उस की संख्या बढ़कर 18% हो गई और बाकी इसाई और अन्य धर्मों के लोग हैं| बहुत ही चौंकाने वाले आंकड़े हैं मुसलमानों की बढ़ती संख्या चौकने की वजह नहीं चौकने की वजह यह है कि हिंदुओं की संख्या कम कैसे हो रही है|
हिंदुओं की संख्या कम होने के दो मुख्य कारण
जबरन धर्म परिवर्तन:- हिंदुओं की संख्या कम होने का सबसे बड़ा कारण यह है| देश की आजादी के बाद से धर्म परिवर्तन कराने का मामला बहुत कस के चल रहा है, आश्चर्य की बात यह है कि उसमें कांग्रेस का बड़ा योगदान रहा| कांग्रेस की इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगा कर के बड़ी संख्या में हिंदुओं की नसबंदी कराई और मुस्लिम धर्म भी स्वीकार करवाया था|
हिंदू लड़कियों के साथ जबरन विवाह और लव जिहाद
मुसलमान मौलानाओं के द्वारा कई प्रकार की मुहिम भी चलाई जा रही हैं इन मुहिम में मुस्लिम युवाओं को शिक्षा दी जाती है कि वह जबरन हिंदू महिलाओं और लड़कियों से जबरन विवाह करें और उन्हें मुस्लिम धर्म स्वीकार करवाएं| इसे ही “लव जिहाद” कहते हैं| आश्चर्य की बात यह है कि जब ऐसी घटनाएं होती हैं तुम मुस्लिम नेताओं द्वारा इन अपराधियों का सपोर्ट भी किया जाता है सामान्य लोग जान न सके कि यह मुस्लिम है इसीलिए इनका नाम भी गुप्त रखते हैं|
इसी वजह से कई हिंदू लोगों ने अपने मोहल्लों में मुसलमानों का प्रवेश वर्जित करा दिया है| ताकि उनके घर की महिलाएं पुत्रियां सुरक्षित रहें|
इस्लामिक जिहाद से कई देश परेशान हैं इसीलिए डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में बाहरी मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित करा दिया था|
हिंदुओं को धर्म से भटकाने के लिए चल रही है मुस्लिम संस्थाएं
सोचने वाली बात यह है कि कब तक इस तरह हिंदू खत्म होते रहेंगे और केवल मुस्लिमों को ही बढ़ावा मिलता रहेगा| क्यों हर मामले में मुसलमानों को छूट मिलती है और हिंदुओं को कैद|
इसका मुख्य कारण यह भी है कि मुस्लिम अपने धर्म की आड़ में बढ़ता जा रहा है हर अपराध करके धर्म की आड़ लेकर बच जाता है| लेकिन हिंदुओं को धर्म से विमुख करने के लिए मुसलमानों ने कई संस्थाएं चला रखी है जो हिंदुओं को उनके सत्य सनातन धर्म से भटकाती हैं| और धर्म की हानि होने की वजह से ही हिंदू खत्म हो रहा है|