लोकतंत्र मे भी शक्ति का विवेकयुक्त प्रयोग देश मे सुशासन और शांति समृद्धि की गांरटी है। भारत की वर्तमान दुरावस्था लोकतांत्रिक परंपराओं को पुनर्परिभाषित करने की आवश्यकाता का संकेत करती है।
लोकसभा में सरकार द्वारा २० दिसंबर २०२१ को चुनाव सुधार बिल (Election Reform Bill) पेश किया गया। विपक्षी सदस्यों के शोर शराबे और लडकपन के बीच ये बिल लोकसभा में पास कर दिया। राज्यसभा (Rajya Sabha) ने २१ दिसंबर २०२१ को विपक्षी सदस्यों के विरोध, बचपने और हंगामे के बीच ‘निर्वाचन विधि (संशोधन) विधेयक, २०२१’ को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी।
उधर विपक्ष १२ राज्य सभा सांसदों के निलंबन पर शोर मचाने में मशगूल था, इधर मोदी सरकार ने ४० वर्षो से लटक रहे बिल को राज्य सभा में पारित कराके विधेयक के अधिनियम बनने कि राह में आ रही सारी रुकावटों को दूर कर दिया(विदित हो कि लोक सभा ने इस विधेयक को २०१९ में हि पारित कर दिया था)।
SVAMITVA scheme has the potential to transform rural India and uplift the rural economy. Budget 2021 has made a provision of Rs 200 crore for the SVAMITVA scheme, targeting 2.3 lakh villages in 16 States.
to remain in power Mamta Banerjee for the sake of vote bank politics started appeasing 30% Muslim population of the state by doling out schemes structured to benefit the community at the cost of Hindus.