उथिरामेरूर चेन्नई से लगभग ९० किमी दूर कांचीपुरम जिले में स्थित है, जो अपने आप में १२५० वर्षों का इतिहास समेटे हुए है। और आप को यह जानकर आश्चर्य होगा कि भारत में विद्दमान लोकतंत्र का सर्वोत्तम मॉडल है।
एक ऐसा ग्रन्थ जिसके विषय में स्वयं श्री वेदव्यास कहते हैं, “यन्नेहास्ति न कुत्रचित्” अर्थात जो महाभारत में नहीं है वो कहीं नहीं है। जिस ग्रन्थ का उपक्रम मनुष्यों को उनके अंतःकरण पर विजय प्राप्त कराने के लिए किया गया है, हम उसी को नहीं पढ़ते, न घर में रखते हैं।
Today, in this article, we will talk about Ramayan and analyze what was the reason that another Ramakatha could not be composed like Ramayan by Shri Ramanand Sagar.
As long as we keep reading our scriptures with a colonial or leftist mindset, we will never understand the difference between Dharma and Adharma. It is about the blatant misuse of power against the weak, what exactly happened in case of Sadhvi Pragya.