TOPIC
Liberals trying to malign RSS
How RSS has saved insurgent Nagaland
It is an easy task to infiltrate fear in the mind of minorities; but it is really tough to eradicate it- a feat RSS has achieved in Nagaland
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विरोधी, भ्रटाचारी, तानाशाह और आतंकी ही क्यों होते हैं? भाग-२
आज कांग्रेस से लगभग ४० वर्ष बाद जन्म लेने वाले संगठन ने कांग्रेस को अस्तित्वविहीन कर छटपटाने के लिए छोड़ दिया है इस उम्मीद के साथ की एक दिन उसका चाल, चरित्र और सोच हमारे सनातन धर्म के अनुसार होगी, उसके विरुद्ध नहीं।
Shri Mohan Bhagwat ji’s statement- Hindus and Muslims in India share the same DNA- caused ripple effect
G Indira -
The RSS is perceived to be the organisation of the majority Hindus. However, the meaning of Hindutva encompasses all.
दृढ़ संकल्प, सजगता, धैर्य व सामूहिक प्रयासों से कोरोना संकट पर निश्चित ही विजय प्राप्त होगी– डॉ. मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत ने कहा कि दृढ़ संकल्प, सतत प्रयास व धैर्य के साथ भारतीय समाज कोरोना पर निश्चित ही विजय प्राप्त करेगा.
RSS: Perspective with unbiased lenses
Should we call RSS Swayamsevaks as religious fanatics if they are following the principles of Sanatana Dharma and serving society without any prejudice, rich or poor, black or white, no religious and caste discrimination?
राजनीतिक लाभ लेने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान विद्या भारती की कट्टरपंथियों से तुलना करना अशोभनीय
देश में शिक्षा के नाम पर राजनीति करना यह आमचलन हो गया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विद्या भारती से जुड़े स्कूलों की तुलना पाकिस्तानी कट्टरपंथी मदरसों से करना कतई सोभनीय नही है.
आखिर क्या है वीर सावरकर का हिंदुत्व जिससे वामपंथी चिढ़ते हैं?
सावरकर का मानना था कि सामाजिक अनुबंध के आधार पर राष्ट्र राज्य मजबूत नहीं हो सकता है तथा राष्ट्रीय एकता स्थापित करने के लिए कोई मजबूत बंधन आवश्यक है। आज जब देश के अलग-अलग क्षेत्रों में जिहादी-वामपंथी गठजोड़ के नेतृत्त्व में अलगाववादी आवाज़े उठती हैं तो सावरकर का सामाजिक अनुबंध को लेकर दृष्टिकोण स्पष्ट समझा जा सकता है।
संघ पर सोशल मीडिया के द्वारा मिथ्या एवं फर्जी पोस्ट से कुठाराघात करने का एक नया वामपंथी चाल
संघचालक डॉ मोहन भागवत जी के नाम से एक फर्जी न्यूज वायरल किया गया, न्यूज एक पेपर कटिंग के रूप में बनाई गई। जिसका शीर्षक 'कोरोना ने तोड़ी मेरी धर्म में आस्था' एक फर्जी डिजाइन किया हुआ है
Why we need RSS
In every crisis, you will notice one organization always at the forefront is RSS (Rashtriya Swayamsevak Sangh) without any selfish motive, religious discrimination, photo-op, just work relentlessly for the benefit of society out of belongingness.