Tuesday, October 15, 2024

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Human Rights of Terrorists

जम्मू कश्मीर के सबसे खूंखार अपराधी को सुप्रीम कोर्ट में ले आये

एक सामान्य से चोर को भी सर्वोच्च न्यायालय में पेश करने की आवश्यकता महसूस होती है तो सर्वप्रथम जेल प्रशाशन के द्वारा न्यायालय में एक प्रार्थना पत्र प्रेषित करना पड़ता है। उस पर सुनवाई करने के पश्चात ही सर्वोच्च न्यायालय कोई आदेश पारित करता है।परन्तु यंहा पर जिसकी बात हो रही है वो एक खूंखार दैत्य है, जो सैकड़ों मासूमों की अकाल मृत्यु का जिम्मेदार है। ऐसे भयानक मलेच्छ को बिना सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के और सुरक्षा की परवाह किये बिना सर्वोच्च न्यायालय में उपस्थित कराना निसंदेह एक अति गंभीर प्रश्न है, जो मंशा पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।

अपराधियों की स्वीकार्यता वाला समाज नहीं चाहिए तो……

आतंकवादी तो हमेशा से ही गरीब हेड मास्टर के बच्चे, प्रोफेसर, सिविल सर्विस एसपाईरेंट या सुरक्षा बलों से प्रताड़ित दबे, कुचले शांतिप्रिय वगैरह वगैरह होते रहे हैं।

The Left should leave: Read why

It’s a hobby for the Left liberal to defend the human rights of those who annihilate the human rights of others.

India’s ‘Self-celebrated Intellectuals’: The Lutyens

Liberals' only job is to criticize anything and everything that is related to Indian culture.

The big red dot: Fighting terrorism with UNSC

When four super powers, i.e., USA, Russia, China and India come together and discuss the evil of terrorism

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