कांग्रेस पार्टी ने पिछले 70 सालों में न्यायपालिका पर अपनी ऐसी पकड़ बनाई है और इस संस्था को इतना शर्मशार किया है जिसका अंदाज़ा सिर्फ इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 5 सालों में मोदी सरकार किसी भी कांग्रेसी को तमाम सुबूतों के बाबजूद हवालात के अंदर नहीं डाल पायी है.
The autonomous institutions should not become tools in the hands of politics of dynasty just to oppose the Govt and that would progressively erode the very existence of the institutions.
Read here, recently the 4 Premium Judges from the SC of Mahismati assembled in a Tea Garden and invited some of close friends for a heart to heart talks.