Chinese aggression and occupation of Indian land continued with variable intensity till 2013. Change from 2014 was the resistance to the intrusion of China and the long-needed development happening at the India- China border areas.
चीन की सेना विशाल जरूर है, मगर उसकी मौजूदा सेना में किसी सैनिक या अफसर ने कभी कोई जंग नहीं लड़ी और फिर पहाड़ी की लड़ाई तो और भी कठिन आयाम है, जिसमें भारतीय सेना को महारत हासिल है।
1962 की हार सेना की हार नहीं थी बल्कि राजनैतिक नेतृत्व की हार थी। राजनैतिक नेतृत्व में गलतियां की थी इसकी वजह से हुआ था। 1962 में चीन के साथ युद्ध से ठीक पहले यही हो रहा था। प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और जनरल थिमैया से जुड़ी हुई कहानी है।
The Chinese Ox is in the China shop destroying China itself with it's desperate attempts to fool it's citizenry, and one way or other this will not end well for China.