अक्सर आर्थिक हालात ठीक नहीं होने के कारण कई गरीब परिवारों की बेटियां पढाई लिखाई से वंचित रह जाती है. इसके अलावा बेटियों के मां बाप को अपनी लड़कियों के शादी में होने वाले खर्च की भी चिंता लगी रहती है.
30 साल का जगन मिश्रा अपने गाँव के पास एक कारखाने में कई सालों से मजदूरी का काम कर रहा है, कमाई इतनी ही है की बस घर परिवार का गुजारा हो पता है. परिवार में एक बीबी और 3 बेटियां हैं जिनकी उम्र 8, 6, और 4 साल है. जगन उनकी पढ़ाई लिखाई तो सरकारी स्कुल में करवा रहा है पर उसे एक चिंता सता रही थी की जब इस लड़कियों के शादी की उम्र होगी तो इतने पैसे वो कहाँ से लाएगा.
तभी एक दिन उसको उसके साथ काम करने वाले एक साथी सुमेश ने पर्धानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत 10 साल के कम उम्र की लड़कियों के उज्व्वल भविष्य के लिए शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में बताया. उसने ये भी बताया की कैसे ये योजना उसकी बच्चियों की शादी और शिक्षा के खर्च को उठाने में मदद करेगी. सुनके जगन ने ख़ुशी के मारे अपने साथी सुमेश को गले लगाके धन्यवाद दिया और रात को काम से लौट के अपनी पत्नी को इस बारे में बताया. पति पत्नी अपनी प्यारी बच्चियों के सुनहरे और उज्जवल भविष्य के सपने संजोते संजोते चिंता मुक्त होके सो गए.
अगले दिन सुबह जगन गाँव के सरपंच के पास पहुंचा और इसके बारे में जिक्र किया. सरपंच साहब जगन को अपने साथ पास ही में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की ग्रामीण शाखा में ले गए और बैंक अधिकारी से जगन को सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में विस्तार से बताने और सुकन्या खाता खोलने में मदद करने के लिए प्रार्थना की.
बैंक अधिकारी ने जगन को अपने सामने कुर्सी पे बैठाया और सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में विस्तार से बताया और कैसे ये योजना जगन जैसे लाखो गरीब पिताओं को अपनी लड़कियों की पढाई और शादी में होने वाले खर्चो से चिंतामुक्त करेगी, आइये जानते है:-
1 यह खाता कौन खोल सकता है?
यह खाता माता-पिता/कानूनी अभिभावक द्वारा लड़की की 10 वर्ष की उम्र तक खोला जा सकता है।
2 पात्रता
यह खाता किसी भी लड़की के जन्म से लेकर उसकी 10 वर्ष की उम्र तक किसी पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक में खोला जा सकता है।
3 खाता की संख्या कितनी हो सकती है?
यह योजना माता-पिता को एक लड़की के नाम पर केवल एक खाता खोलने और दो अलग-अलग लड़कियों के नाम पर अधिकतम दो खाता खोलने की अनुमति देता है।
4 न्यूनतम राशि
इस खाते में न्यूनतम 1000 रु प्रति वर्ष जमा करने की आवश्यकता होती है अन्यथा इसे बंद खाते के रूप में माना जाएगा।
5 अधिकतम राशि
अधिकतम 1.5 लाख रु एक वित्तीय वर्ष में जमा हो सकते हैं (चाहे एकल अवसर पर या कई मौकों पर सौ के गुणकों में)। यह प्रति वर्ष अधिकतम सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए।
6 न्यूनतम कितने वर्ष धन जमा किया जाना चाहिए
न्यूनतम 14 साल के लिए धन जमा किया जाना चाहिए।
7 वार्षिक योगदान
आप हर साल अप्रैल में वित्तीय वर्ष की शुरुआत में वार्षिक योगदान कर सकते हैं।
8 निकासी
पूरे 21 वर्षों में इस खाते से कोई भी निकासी नहीं की जा सकती है।
9 तय राशि का योगदान
इस खाते में तय राशि जमा करना अनिवार्य नहीं है।
10 ऑनलाइन मुद्रा जमा सुविधा
ऑनलाइन धन सुकन्या समृद्धि खाते में जमा किया जा सकता है (ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन स्थानान्तरण)। धन जमा के अन्य तरीके नकद/ चेक/ डिमांड ड्राफ्ट हैं।
11 यह खाता कहाँ खोलें
यह खाता डाकघर या किसी भी प्राधिकृत बैंकों में खोला जा सकता है। इस खाते को खोलने के लिए लगभग 28 बैंक अधिकृत हैं।
12 सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज
सुकन्या समृद्धी अकाउंट को शुरुआती जमाराशि 1000 रु या अधिक के साथ खोला जा सकता है।
इसके लिए आवश्यक दस्तावेज हैं:
बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
निवास प्रमाण पत्र
पहचान प्रमाण, निवास प्रमाण पत्र
कानूनी अभिभावक के दो फोटो
सुकन्या समृद्धि खाते को कैसे सक्रिय रखें
100 रुपये के गुणांक के साथ एक वित्तीय वर्ष के लिए अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं।
जमा राशियां एकमुश्त राशि में भी की जा सकती हैं। किसी महीने या किसी वित्तीय वर्ष में जमा राशि की कोई सीमा नहीं है।
13 बंद हो चुके सुकन्या समृद्धि खाते को दोबारा कैसे शुरू करें?
किसी भी वित्तीय वर्ष के दौरान बंद हो चुके सुकन्या समृद्धी खाता को दोबारा शुरू करने के लिए 50 रु का जुर्माना देकर इसे फिर से सक्रिय करने का प्रावधान है तथा एक वित्तीय वर्ष के लिए 1000 रु की न्यूनतम जमा राशि जमा करानी होगी।
14 सुकन्या समृद्धि खाता योजना के लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना लड़कियों के आर्थिक सशक्तीकरण को बढ़ावा देती है। एक लड़की के वयस्क होने तक उसके अभिभावक द्वारा लड़की के नाम पर खाते में नियमित रूप से पैसे की बचत के साथ लड़की के लिए एक निश्चित वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है। 04.2017 से सुकन्या समृद्धि खाते के लिए ब्याज दर 8.4% है जिसकी वार्षिक आधार पर गणना की जाती है और सालाना चक्रवृद्धि होती है।
सुकन्या समृद्धी अकाउंट स्कीम में खाते में माता-पिता / संरक्षक द्वारा किया निवेश धारा 80 सी के तहत EEE के तहत आयकर से छूट है। EEE द्वारा इसका मतलब है कि मूल, ब्याज और परिपक्वता राशि को कर से छूट दी गई है।
लड़की की आयु दस वर्ष होने के बाद, जिसके नाम खाता है, खाते को संचालित कर सकती है। जब तक लड़की की उम्र दस साल न हो माता-पिता/अभिभावक खाते को संचालित करेगा। खाता खोलने की तिथि से 21 वर्ष सुकन्या समृद्धि खाता की परिपक्वता है।
सुकन्या समृद्धी खाते के सामान्य समय से पहले बंद होने की अनुमति 18 साल के पूरा होने के बाद केवल तभी दी जाएगी जब लड़की का विवाह हो।
उच्चतर शिक्षा या शादी के खर्च के लिए खाताधारक की 18 वर्ष की आयु होने के बाद आंशिक निकासी के रूप में 50% तक की राशि ली जा सकती है।
ब्याज दर: समय-समय पर भारत सरकार द्वारा घोषित दर के अनुसार फ्लोटिंग ब्याज दर का भुगतान किया जाएगा।
परिपक्वता के बाद यदि खाता बंद नहीं है तो समय-समय पर योजना के लिए निर्दिष्ट ब्याज का भुगतान लगातार किया जाएगा।
जगन ने बैंक अधिकारी का धन्यवाद किया और दौड़ के घर गया, सारे कागजात साथ लेके वापिस बैंक आया और तीनो बेटियों का सुकन्या समृद्धि खाता खोलने की अर्जी दे दी. आज जगन जैसे कितने मेहनत मजदूरी करने वाले गरीब लोग न सिर्फ अपनी लड़कियों को पढ़ा भी रहे है और सर उठाके जिंदगी जी रहे है बल्कि गावों में जमींदारों और साहूकारों के कर्जे के बोझ तले दबने से भी बच रहे है. अब सुकन्या समृद्धि योजना ने उनकी बेटियों के सुरक्षित और उज्जवल भविष्य की जिम्मेवारी अपने ऊपर ले ली है. आइये हम सब मिलके जगन जैसे लाखो गरीब लोगो को पर्धानमंत्री मोदी जी द्वारा गरीब लड़कियों के शशक्तिकरण के लिए चलाई गई सुकन्या समृद्धि जैसी कई योजनाओ के बारे में जागरूक करें और हमारे देश के उन गरीब परिवारों के बच्चियों को एक इज्जतदार, सुरक्षित और उज्जवल भविष्य देने में मदद करें.
जय हिन्द
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ