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Yogi Adityanath
असुरक्षित दिल्ली और सरकार का रिसता इकबाल
क्या ये तथाकथित आंदोलनकारी इतने फौलादी हो गए हैं कि इनसे निपटने के लिए आपके तरकश में कोई तीर नहीं है। क्या मौलवी इतने ताकतवर हो गए हैं कि किसी भी फ्लाईओवर पर मजारों के नाम पर सरकारी जमीनों पर कब्जा कर लें।
UP Scholarship 2021-22: Online apply, last date, application status
उत्तर प्रदेश सरकार प्रतेक वर्ग के छात्रों के लिए प्रकार की छात्रवृति योजना चला रही है. यदि आपने पहले से छात्रवृति योजना के लिए आवेदन किया है तो आप ऑनलाइन up scholarship status चेक कर सकते है.
हिंदूओं के वीर संगठनों की धार कुंद कैसे हुई?
क्यों राजनैतिक नेतृत्व इन अराष्ट्रीय गतिविधियों के प्रति घोर उदासीन बना हुआ है। उसकी क्या सियासी मजबूरियां हैं। क्या वह जानबूझकर इन घटनाओं को अनदेखा कर रहा है? क्या हिंदू समाज को कमजोर करने में ही उसे अपनी सियासत नजर आ रही है?
बिजनौर: छह साल बाद भी नहीं बना गंगा पर पुल
हांलाकि भाजपा सरकार के दौरान पुल का निर्माण काफी तेजी से किया गया, लेकिन निर्धारित अवधि पूर्ण होने के चार वर्ष बाद भी लोगों को पुल की सुविधा का अभी भी इंतजार है।
शाकुम्भरी सिद्ध पीठ के लिये फोर लेन बाईपास को योगी कैबिनेट की मंजूरी
2019 के लोकसभा चुनाव के प्रचार लिए सहारनपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाकुम्भरी सिद्ध पीठ से ही चुनाव प्रचार का शंखनाद किया था।
समाजवाद और वर्ग संघर्ष
उत्तरप्रदेश में चुनावी माहौल गरमाया हुआ है, राष्ट्रवादी कही जाने वाली BJP और खुद को लोहिया और जयप्रकाश के समाजवाद का उत्तराधिकारी बताती सामजवादी पार्टी आमने सामने है.
टीवी पत्रकार अतुल अग्रवाल पर इतना बवाल क्यों मचा? जानिए मीडिया की दुनिया के परदे के पीछे का घिनौना सच?
टीवी पत्रकार अतुल अग्रवाल की लूट की पोस्ट की सच्चाई अब यूपी पुलिस ने सामने ला दी है। पुलिस ने पूरे मामले का गंभीरतापूर्वक संज्ञान लिया और पूरे मामले की जांच की, तो पाया कि अतुल अग्रवाल ने निजी कारणों के चलते लूट की घटना की झूठी कहानी रची थी।
BJP projects Yogi as the countdown for UP2022 begins
The question among voters, who put the equations of religion and caste above everything else, is whether the Hindu vote in UP will remain one-sided?
How Yogi Adityanath is fighting pandemic and fixing a defunct healthcare system simultaneously
Akhand -
Ever since the second wave of Covid-19 pandemic has hit India, a sinister disinformation campaign has been launched to spread lies, fake news and propaganda. In case of Uttar Pradesh, usual suspects are out; mocking state government with memes of Ram Mandir, Hindu festivals, Kumbh Mela, etc. insinuating that government is busy building Ram Temple and has done nothing for healthcare. Is it so? Let’s see.
मोदी से ज़्यादा योगी से क्यों भयभीत है आतंकी?
अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर जो विपक्ष प्रधानमंत्री को अंधाधुंध गलियों की बौछार करता है वही उस विपक्ष में किसी की औकात नहीं की वो योगी जी को एक गाली दे दे, वो नहीं देंगे, क्योंकि वो जानते है 24 घण्टे के अंदर उन पर मुकदमा होगा औऱ अगले ही कुछ दिनों में वे जेल में होंगे।