वेब सीरिजों में धार्मिक प्रतीकों के साथ दुर्व्यहार बहुत सामान्य सी बात हो गई है। विशेषकर हिंदू प्रतीकों के साथ सीरिजकार जिस तरह का व्यवहार करते हैं, वह सभ्य समाज के लिए असहनीय है। और इसमें कोई मर्दानगी जैसा भी महसूस नहीं होना चाहिए।
मैं असहाय सा देखता हूँ कि युगों युगों की शाश्वत संस्कृति पर सड़कछाप नौटंकीबाज हमला करते हैं. बड़ी ही सहजता से किसी जानवर का नाम किसी देवता के नाम से जोड़ दिया जाता है.
ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म पर कुछ समय से अलग ही हिन्दू तिरस्कार चल रहा है। पहले सेक्रेड गेम्स, फिर लीला, फिर पाताल लोक और अब कृष्णा एंड हिज लीला। मानो झड़ी लग गयी है कि कौन अधिक हिन्दू घृणा फैला सकता है।
वेब सीरीज के माध्यम से हमे सनी लियोनी जैसो की जीवनी दिखाया जाता हैं क्या वो छत्रपति संभाजी महाराज, गुरू तेग़ बहादूर या भगवान बिरसा मुंडा जी या उनके जैसे महान महापुरूषो का जीवनी नहीं दिखा सकते?