जब श्री उद्धव ठाकरे जी ने कांग्रेस और NCP कि सहायता से अपने पारम्परिक गठबंधन को त्याग कर सत्ता प्राप्त की थी, तो महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय युवा नेता और मुख्यमंत्री पड़ के सबसे प्रबल दावेदार श्री देवेन्द्र गंगधरराव फडणवीस ने कहा था "मैं समुन्दर हूँ वापस लौट के आऊँगा"!
The state machinery is used to bully any one who raises his voice putting behind every book of law in the garbage. Never has been any state Govt so naive to do such acts which make them politically answerable.
Contrary to what people think today about Shiv Sena as the flag bearer of Hindutva, the party never took a great leap towards uniting the Hindus from all parts of the country.
The debate over the Citizenship Amendment Bill 2019 has once again exposed the hostility of the Leftist/ liberal/secular forces towards the Hindu community.
उद्धव ठाकरे की सत्तासुंदरी की लालसा ने अपने चुनावी विरोधियों से समर्थन लेने पे विवश कर दिया और कांग्रेस जो बालासाहेब की पुरजोर विरोधी रही और बाबरी विध्वंस के स्मरण में विपरीत ध्रुवों पे खड़ी रहने वाली पार्टियां आज सत्ता पक्ष में रहने के लिए अपनी विचारधारा और मूल्यों से भी समझौता करने लगी हैं।
If people support such tukede tukede gangs, instability, corruption, nepotism and open brokerage and deal making for power alone shall be the by-product of such support.