मुंडा को 'धरती आबा' के नाम से जाना जाता है और अंग्रेजी हुकूमत, जमींदारी प्रथा और सूदखोर महाजनी व्यवस्था के खिलाफ उनके ऊलगुलान (महाविद्रोह) को प्रतिनिधि घटना के तौर पर याद किया जाता है।
किसी भी तरह का फर्जी खबर बना कर किसी परिवार को और किसी की संस्कृति पर कुठाराघात करने की क्या आवश्यकता आन पड़ी? फेक न्यूज़ फैलाने वालों पर अब तक कोई कार्यवाई क्यों नही हुआ?
हाल के ही दिनों में दो प्रमुख घटनाएँ सामने आयीं है जिसे देख के लगता है की भारत में जातिवादी भावना भरी गई है ताकि हिन्दुओं में टकराव बना रहे और कुछ तथाकथिक धर्मनिरपेक्ष राजनितिक दल अपना प्रभाव और प्रभुत्व भारत में बना के रख सकें।