TOPIC
COVID-19 In India
Just random thoughts
All the hues and hoopla's of superiority over everyone with whom we share this planet's common resources is gone with a virus in place.
विश्व पटल पर छाना होगा
फिर नित नवीन कर्मों से ; प्रतिपल विश्व पटल को सजाना होगा; मंगल भवन बनाना होगा
COVID-19: Are we sensible enough in the time of this pandemic?
The only medicine of COVID-19 is, or sensibility and maturity to defeat the pandemic
Covid-19 and racism: How did the Indians react?
The victims of ‘ethnicity-based racism’ are people from the North-East states of India. The main reason behind such racism is that they do not look like ‘Indians’! Even after 73 years of independence, India does not know the history of its North-East.
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने फिर से खोलने वाले स्थानों के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SPO) की जारी
जैसा कि अनलॉक India का पहला चरण सोमवार से लागू हो गया है, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने (Covid-19) को फिर से खोलने वाले स्थानों में फैलाने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SPO) जारी की है।
कोरोना काल: स्कूल बनाम अभिवावक
क्या बच्चों की पढ़ाई की पूरी जिम्मेदारी सिर्फ स्कूल की है, अभिभावकों की बिल्कुल भी नहीं? क्या कोरोनावायरस वैश्विक महामारी में जब दुनिया ज़्यादा से ज़्यादा चीजों को ऑनलाइन कर रही है तो ऑनलाइन शिक्षा से परहेज़ क्यों?
कोरोना की यात्रा और कोरोना के बाद की यात्रा
सकारात्मक खबर के बावजूद अभी भी कई चुनौतियां बना हुआ है जैसे-अप्रवासी मजदूर के समुचित खाने की व्यवस्था, बन्द पड़े शिक्षण संस्थान में पढ़ाई शुरू करने की चुनौती, कोरॉना के बाद अर्थवयवस्था के पुनरुद्धार की चुनौती, साथ वैक्सीन बनने की चुनौती, भविष्य में प्रसार रोकते हुए जनजीवन सामान्य बनाने की चुनौतीl
क्या मजदूरों के दयनीय स्थिति के लिए सरकारें जिम्मेवार हैं?
अब मजदूरों के लिए हर सांसदों, विधायकों और जनप्रतिनिधियों से आशा की जानी चाहिए कि वे अपने विधान सभा क्षेत्र के लिए गाड़ियों का बंदोबस्त कर दे।
How we can address our empathy problem
We need to imagine an India where every citizen feels secure and respected enjoys a decent quality of life.