I have decided to do extra work as well by contributing to OpIndia, I have donated to this website as well as I believe it does bring out bitter truths that are hidden and it is deemed as communal because certain media outlets and the western press as well cannot digest it
अगर राइट विंग वाले भूल जाएँगे की प्रेस की आज़ादी के लिए सिर्फ़ वामपंथी ही रो सकते हैं, तो हम आपको याद दिलाते रहेंगे, जब भी आप कुछ ऐसा करेंगे की जो हमारे नरेटिव को सूट ना करें! आपको अपने दायरें में रहना होगा.