समाज की इस एक अनदेखी पहेली की ओर सरकारों ने ध्यान देते हुए एक राष्ट्रीय वृद्धजन नीति का गठन किया है जिसमें वृद्धजनों को तमाम तरह की सुविधाओं के साथ साथ उनकी उचित देखभाल और सामाजिक सम्मान का ध्यान रखे जाने योग्य प्रावधान किये गए हैं किन्तु ये सभी जानते हैं कि सरकारी नीतियों से किसका कितना ही ध्येय पूर्ण होता है।
बड़े नगरों के उच्च वर्गीय और विकसित क्षेत्रों के बड़े-बड़े घरों में बुजुर्ग दम्पति या दोनों में से शेष रहा कोई एक, अकेले रह रहा है। बच्चे शिक्षा, व्यवसाय, नौकरी जैसे कारणों से दूसरे नगरों या देशों में रह रहे हैं। इनका जीवन अलग प्रकार के भय से ग्रस्त है।