नूपुर शर्मा ने जो भी वक्तव्य दिया था वो करोडों हिंदू धर्म को मानने वालों के आराध्य भगवान शिव के ऊपर मुस्लिम नेता तस्लीम रहमानी द्वारा की गई घटिया और निंदनीय टिप्पणी के बाद प्रतिक्रिया के रूप में दिया था।
वास्तव में पश्चिम बंगाल चुनाव में के बाद विपक्ष की कल्पना ठीक वैसी लगती है, जैसे कांग्रेस मे 2018 में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ और राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में अपनी जीत के बाद मान लिया था कि भाजपा अब अपने पराभाव की तरफ बढ गयी है तथा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व का पुनरोदय हो रहा है।
If only, Mahatama Gandhi and Jawahar Lal Nehru would have read and understood Indian scriptures more accurately, perhaps India would not have been facing this crisis today. Not fighting for 'Dharma' is same as perpetuating 'Adharma'.