370 हटने के बाद से ही आतंकवादियों ने अपनी आकाओं की जबरदस्त बौखलाहट, छटपटाहट, हताशा व निराशा में राज्य में निरंतर माहौल खराब करने के प्रयास शुरू कर रखें हैं।
But then Pakistan provided active support to militancy in Punjab as well, so how come it succeeded in Kashmir and not in Punjab? There could be many reasons but mainly there’s only one. Think about it. The answer is not hard to find.
हिंदुओं का नरसंहार तो इस्लामिक आतंकवादियों ने धार्मिकता के आधार पर किया है इस बात को लिबरल मानने को तैयार ही नहीं है। ये वही कह रहे हैं जिनसे कि कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार को जस्टिफाई किया जा सके।
आप क्या सोचते हैं कि, 19 जनवरी 1990 को शुरू हुआ जघन्य नरसंहार सिर्फ एक दिन में घटित हुआ होगा? सिर्फ एक दिन में सारी तैयारियां हो गई थी? नहीं यह वर्षों का षड्यंत्र था जिसे तथाकथित सेकुलर सरकारों ने नजरअंदाज किया। बाद में तो षड्यंत्र को सिर्फ अंजाम दिया गया।
Today, the pain of our Kashmiri Hindu brethren in being shared and acknowledged. It is important to do that because it makes them feel listened and valued.
कश्मीर को शांत वादियों में बदलना है तो उसे अस्सी के दशक में मौजूद रहे जनसंख्या के मूल ढांचे में लाना ही पड़ेगा। इसके अलावा बाकी सारे उपाय फौरी तौर पर तो सफल हो सकते हैं, लेकिन वह लंबे समय तक कारगार नहीं हो पाएंगे।