समय बलवान होता है, ये पता था मगर नियती (डेस्टिनी) उससे भी बड़ी होती है, ये आज पता चला और नियती उनका साथ देती है जो धर्म के तरफ खड़े होते हैं! अपने आराध्य के लिए अपना सर्वस्व निछiवर करने वाले सभी कार्यसेवकों को नमन!
आज न सिर्फ राम मंदिर की आधारशिला रखी जा रही है, बल्कि नए भारत निर्माण के संकल्प का वास्तविक आगाज भी हो रहा है। आज से हर राम भक्त दायित्व है कि अपने धर्म के विरुद्ध रचे जाने वाले प्रपंच और मिथ्या दुष्प्रचार का खंडन करे तथा अपने धर्म और कार सेवकों के बलिदान की शुचिता बनाए रखे।