Saturday, November 2, 2024

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Gyan Vapi Mosque

ज्ञानवापी, इस्लाम हि नहीं, अब्राहम से भी प्राचीन है

जब इस धरा पर ना तो अब्राहम थे, ना यहूदी थे, ना ईसाई थे और ना इस्लाम था और यही नहीं जब ना तो रोमन सभ्यता थी, ना तो बेबिलोनिया की सभ्यता थी, ना तो मिश्र की सभ्यता थी, ना मेसोपोटामिया अस्तित्व में थी और ना माया और यूनानी सभ्यता थी, तब भी हमारे भोले बाबा की काशी थी जिसे आज आप बनारस या वाराणसी के नाम से जानते हैँ।

Why reconstruction of Gyanvapi Mandir was not possible before 1778-1780

Here are various truths based on historical events associated with Gyanvapi Mandir.

Destruction of Hindu shrines by Muslim invaders- Perspective

Destruction of Hindu religious shrines over the centuries, by Muslim invaders, has long been recorded. A debate now has commenced, to know the details, the truth behind, to seek justice and explore a way forward.

काशी की धरा अब डोल रही है मुक्ति मुक्ति बोल रही है – कविता

काशी की धरा अब डोल रही है; मुक्ति मुक्ति बोल रही है. बाबा का नंदी जाग उठा है; प्रभु के दर्शन को खड़ा है

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