आज हम बात करेंगे बाजीराव पेशवा की, जिन्होनें अपने जीवनकाल में लड़े गये सभी युद्धों में जीत हासिल की और लगभग, सम्पूर्ण भारत में कब्जा किये हुए मुगलों को खदेड़कर महाराज शिवाजी के हिन्दवी स्वराज का सपना पूरा किया।
छत्रपति शिवाजी महाराज अप्रतिम योद्धा, कुशल रणनीतिकार और सामाजिक रूप से वसुधैव कुटुंबकम के प्रणेता थे। उनकी महान सोच और उनकी दूरदृष्टि ने मराठा साम्राज्य की नींव डाली जिसने संख्या में कम होने के बाद भी दक्कन में निज़ाम और उत्तर में मुगलों को लालकिले ही हद तक सीमित कर दिया था।
Secularism has never inspired anyone to do anything, except indulging in laziness. A nation without history is like a man without soul. We urgently need to recast our history books by focusing on a few critical points.
एक सफल शासन की नींव समुद्रगप्त ने अपने शासनकाल में ही रख दी थी इसीलिए गुप्त सम्राटों का शासन अत्यधिक सफल रहा। साम्राज्य की दृढ़ता शांति और नागरिकों की उन्नति इसके प्रमाण थे।
The Hindu stands powerless. He is tormented at the fact that the expanse of the word “Hindu” has been narrowed to the theological aspect of his culture.
आँखे फोड़ने के बाद उनकी खाल भी उतारी। उसके बाद नमक का पानी डाला गया। फिर भी उन्होने इस्लाम नहीं कबूला। हाथ पाव तोड़कर उनके सर को काँटा गया। फिर भी उन्हें सनातन धर्म ही भाया।