तथाकथित बुद्धिजीवी ऐसी घटनाओं की प्रतीक्षा में रहते हैं जिससे ये राष्ट्र की छवि धूमिल कर सके। ये एक एजेंडे के तहत कार्य करते हैं। नागरिकों को अपने दायित्व को समझना होगा व आवेश में कानून का उल्लंघन करने से बचना होगा।
नागरिकों का मोदी जी में दृढ़ विश्वास 2019 में प्रचण्ड बहुमत के रूप में मिला। पर क्या ये प्रचण्ड बहुमत केवल विकास कार्यों, सुख सुविधाओं वाले उज्ज्वल भविष्य तक ही सीमित है या इसके और भी मायने हैं?